सूरत : हत्या-डकैती समेत 35 अपराधों का आरोपी मुंबई से पकड़ा गया

हीरा व्यापारी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया 

सूरत : हत्या-डकैती समेत 35 अपराधों का आरोपी मुंबई से पकड़ा गया

भूपत अहीर 10 महीने से फरार था, सूरत पुलिस ने विदेशी पर्यटक बनकर पकड़ा

गुजरात के मोस्ट वांटेड और कुख्यात अपराधी भूपत अहीर उर्फ ​​भूपत को सूरत क्राइम ब्रांच ने एक गुप्त ऑपरेशन में मुंबई से गिरफ्तार किया। पहले आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग करने से हिचकिचाया नहीं था।  इस बीच सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने 4 दिन के लंबे अंडरकवर ऑपरेशन के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। खुलासा हुआ कि 12 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले भूपत अहीर पर पहले भी हत्या और डकैती समेत 35 से ज्यादा गंभीर अपराध दर्ज थे। भूपत को पकड़ने के लिए सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने विदेशी पर्यटक के भेष यानी बरमूडा टी-शर्ट पहनी थी। सूरत में एक हीरा व्यापारी की हत्या के बाद भूपत पिछले 10 महीने से फरार था।

भूपत ने अपना वजन 10 किलो कम कर लिया

भूपत अहीर खुंखार था, इसलिए क्राइम ब्रांच ने एक खास भेष बदल लिया था। क्राइम ब्रांच के पीएसआई विशाल धनगर और उनकी टीम ने दाढ़ी बढ़ाई। इसके अलावा उन्होंने फंकी जूते और बरमूडा शॉर्ट्स पहनकर एक विदेशी पर्यटक की तरह कपड़े पहने। भूपत अहीर पहले भी पुलिस पर फायरिंग कर चुका है। तब पुलिस को उसे पकड़ने के लिए काफी सावधानी बरतनी पड़ी। जब भूपत सामने आया तो क्राइम ब्रांच यह पहचान नहीं पाई कि यह भूपत है या नहीं। यहां तक ​​कि पुलिस भी पहले भूपत को पहचान नहीं पाई क्योंकि उसका वजन 10 किलो कम हो गया था और उसने अपने बाल भी सफेद की जगह काले कर लिए थे। हालांकि इसकी पुष्टि होते ही पीएसआई विशाल धनगर ने भूपत को बोरीवली में हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की ऐसी कार्रवाई से भूपत अहीर भी हैरान रह गया।

भूपत अहीर मुंबई में घुम रहा था

सूरत क्राइम ब्रांच टीम को सूचना मिली कि भूपत अहीर उर्फ ​​भूपत बाहरवटिया मुंबई में घूम रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित कीं। इसलिए पुलिस ने 4 दिनों तक गुप्त ऑपरेशन चलाया और आखिरकार आरोपी भूपत अहीर को पकड़ लिया। इससे पहले सातीर भूपत अहीर को पकड़ने के लिए सूरत सिटी क्राइम ब्रांच की ओर से राजस्थान, बिहार आदि राज्यों में दिन-रात प्रयास किए गए थे लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इस बीच सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने तुरंत आरोपी को मुंबई से पकड़ लिया है।

वराछा में एक हीरा व्यापारी की हत्या की थी

पिछले साल 13/09/2022 को दोपहर में वराछा के मातावाड़ी कमलपार्क सोसायटी में हीरे का ऑफिस चलाने वाले प्रवीणभाई भीखाभाई नकुम की उनके ही ऑफिस में लेस बेल्ट से दोनों हाथ बांधकर हत्या कर दी गई थी। सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने इस अपराध में गिरीशभाई उर्फ ​​गौरव डाह्याभाई नकुम और आशीष धनजीभाई गाजीपारा को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में पता चला कि आरोपी गिरीश नकुम का प्रवीणभाई के ऑफिस के पास ही हीरे का ऑफिस है। वह उसके साथ 9 महीने से डायमंड डिलीवरी का बिजनेस कर रहा था।

प्रवीणभाई के सिर पर पाइप से वार किया गया

इसलिए उसे पता था कि प्रवीणभाई के ऑफिस में 10 से 12 लाख की नकदी और हीरे हैं और पैसा कमाने के इरादे से उसने भूपत अहीर को प्रवीणभाई के ऑफिस को लूटने की टिप दी। इसलिए भूपत अहीर ने आशीष गाजीपारा के साथ प्रवीणभाई के कार्यालय में प्रवेश किया और बाद में आशीष गाजीपारा ने प्रवीणभाई को पकड़ लिया। जब भूपत अहीर ने अपने पास मौजूद लोहे के पाइप से प्रवीणभाई के सिर पर वार किया और उनके हाथ-पैर बांध दिए और उनके ऑफिस से करीब तीन लाख रुपये के हीरे और नकदी लूटकर भाग गए। इस घटना में भूपत अहीर पुलिस की पकड़ से दूर था।

वह 12 साल की उम्र से अपराध कर रहा था

पुलिस ने बताया कि आरोपी वर्ष 1979 में बारह साल की उम्र से ही अपराध में शामिल था। वर्तमान में उसकी उम्र 56 वर्ष है और आरोपी ने चोरी, डकैती, अपहरण, आर्म्स एक्ट, मारपीट, रंगदारी, धमकी जैसे गंभीर अपराध किए हैं। उसे पहले भी 35 से अधिक गंभीर अपराधों के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस 10 महीने से आरोपी को पकड़ने के लिए काम कर रही थी

सूरत क्राइम ब्रांच पी.आई. ललित वेगड़िया ने बताया कि पुलिस टीम पिछले 10 महीने से आरोपि को पकड़ने के लिए काम कर रही थी। इसी बीच जैसे ही हमें जानकारी मिली कि आरोपी मुंबई में है तो एक गुप्त ऑपरेशन चलाया गया और उसे रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया गया। आरोपी ने 12 साल की उम्र में अपने गांव में पहली चोरी की थी, तभी से उसे अपराध की लत लग गई। आरोपी अलग-अलग भेष धारण करता था। कोई भी  एक स्थान पर 10 से 15 दिन से अधिक नहीं रुकता था। इसके अलावा जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई तो उसने हमला करने से भी गुरेज नहीं किया।

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