गुजरात : चक्रवात बिपरजॉय से 1700 से ज्यादा गांव प्रभावित

जामनगर, गिर सोमनाथ, पोरबंदर, जूनागढ़, कांडला तट सहित समुद्र का रौद्र रुप,  3 मंजिल तक ऊंची लहरें उठी

गुजरात : चक्रवात बिपरजॉय से 1700 से ज्यादा गांव प्रभावित

अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश, कच्छ में सड़कों पर सन्नाटा, उत्तर गुजरात के लिए आज का दिन भारी 

गुजरात में आए भीषण तूफान बिपरजोय के असर को देखते हुए राज्य के सभी तटों पर प्रशासन हाई अलर्ट पर है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा भारतीय तटरक्षक बल की टीमें भी तैनात हैं, वहीं विभिन्न जिलों की प्रशासनिक व्यवस्था भी हर तरह के एहतियाती कदम उठा रही है। जहां कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, पाटन, बनासकांठा, जूनागढ़, राजकोट सहित कई जिलों में चक्रवात का सबसे अधिक प्रभाव रहा। 

तूफान का असर जामनगर के समंदर में देखा गया। तूफान की वजह से समुद्र में तेज करंट देखा गया है, जिसे देखते हुए रोजी पोर्ट पर सिग्नल नंबर 10 लगाया गया है। जिले में रोजी बंदर के समुद्र में भारी करंट देखे जाने के तुरंत बाद सिग्नल संख्या 10 घोषित कर दिया गया है।

गिर सोमनाथ की समुद्री धारा मछुआरों की नावों तक पहुंच गई

तूफान आने से पहले गिर सोमनाथ में समुद्र रौद्र रुप धारण कर लिया था। गिर सोमनाथ में समुद्र पागल गया है, समुद्री लहरें मछुआरों की नावों तक पहुंच गई है। सुरक्षित स्थानों पर लगाये गये नावों तक समुद्र का पानी पहुँचने पर मछुआरे चिंतित हैं। 

पोरबंदर में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा

चक्रवात बिपरजोय का असर पोरबंदर में भी देखा गया। यहां का माधवपुर सागर के रौद्ररुप धारण करने से प्रशासन एहतियात बरत रहा है। उधर, 90 से 100 किमी की रफ्तार से चल रही हवा से यहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि समुद्र में 20 से 25 फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं। जूनागढ़ में 80 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा

तूफान के बाद जूनागढ़ की स्थिति की बात करें तो यहां 80 से 90 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल रही है. जबकि यहां के मागरोल समुद्र में भी तूफान का असर देखा जा रहा है। तेज हवाओं के बीच बारिश का मौसम बना हुआ है। मागरोल समुद्री धाराएं उफान पर हैं।

साबरकांठा में तेज हवा के साथ बारिश

चक्रवात बिपरजॉय का असर साबरकांठा जिले में भी देखा गया। यहां लगातार तेज हवा चल रही है, इन तेज हवाओं के बीच झमाझम बारिश हुई है। जहां धनपुरा, रामपुरा, गांभोई सहित ग्रामीण इलाकों में बारिश की खबरें हैं, वहीं हिम्मतनगर में हुई मूसलाधार बारिश लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। तूफान के कारण हवा की गति बढ़ने से वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सूत्रों की माने तो सौराष्ट्र-कच्छ का दरिया भी रौद्र रुप धारण किया है। साथ ही तेज हवाओं के चलते लोगों ने निकलने से परहेज किया है। जिससे यहां की सड़कें सूनी नजर आ रही हैं। कच्छ में हवा की गति 115-125 किमी प्रति घंटे की गति से चल रहा है, जबकि नवलखी और कांडला तटों पर 2-3 मंजिल ऊंची लहरें उठ रही है। इस बीच, चक्रवात के खतरे को देखते हुए कच्छ में एनडीआरएफ की 6 टीमों जबकि एसडीआरएफ की 2 टीमों को तैनात किया गया है।

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