गुजरात: कच्छ के जखौ बंदरगाह से महज 80 किलोमीटर दूर है बिपरजॉय चक्रवात
9 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा आगे
अहमदाबाद, 15 जून (हि.स.)। चक्रवाती बिपरजॉय तूफान कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह से महज 80 किलोमीटर की दूरी पर है। आगे बढ़ने की उसकी गति 9 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की है। चक्रवाती तूफान के आगे बढ़ते रहने के कारण उसका असर गुजरात के समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों में शुरू हो गया है। कच्छ, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर में 60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं बहनी शुरू हो चुकी हैं। प्रशासन अपनी तैयारी के साथ सभी प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद है। समुद्र के तटवर्ती क्षेत्र के 0 से लेकर 10 किलोमीटर तक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहले ही पहुंचा दिया गया है। तेज हवाओं के कारण पेड़ों का उखड़ना, बिजली पोल का गिरना और छप्परों का उड़ना भी शुरू हो चुका है।
गुजरात की ओर चक्रवात के रूप में बढ़ रही तबाही अब जखौ बंदरगाह से महज 80 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका लैंडफॉल शाम 6 बजे के बाद शुरू हो जाएगा। कच्छ के मांडवी में चक्रवाती तूफान का जबर्दस्त असर शुरू हो चुका है। मांडवी के समुद्र किनारे तेज हवा के साथ बारिश हो रही है। यहां हवा की गति करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की बताई गई है। मांडवी के पूरे क्षेत्र को खाली कराया गया है। कच्छ जिले के नलिया में भी 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल रही है। नलिया का पूरा बाजार सुनसान हो गया है। चक्रवात के समीप आने के साथ समुद्र में जबर्दस्त उफान होने लगा है। देवभूमि द्वारका जिले के ओखा के समुद्र किनारे तेज हवा के साथ लहरे उछाल मार रही हैं। ओखा के किनारे बनाई गई दीवार लहरों की चपेट में आने के साथ ध्वस्त हो गई हैं। मीठापुर में टाटा केमिकल्स का शेड तेज हवा में उड़ गया। जूनागढ़ में भी तेज हवा का दौर जारी है। सिविल अस्पताल की कांच टूट गई। द्वारका में नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर प्रांगण का विशाल पेड़ गिर गया।