गुजरात : कच्छ में तटीय निवासियों की सुरक्षा के लिए बीएसएफ एवं तटीय क्षेत्र के जवान अलर्ट पर
बचाव से लेकर राशन किट तक सब कुछ ले जाने वाले 10 ट्रकों के साथ 150 से अधिक जवान तैनात हैं
गुजरात पर बिपरजॉय चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। अब यह तूफान आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अति प्रचंड होता जा रहा है। मौसम विभाग ने 15 और 16 जून को कच्छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। तट से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की 29 टीमें अलग-अलग जिलों में तैनात हैं। तट के किनारे रहने वाले कच्छ के निवासियों की सुरक्षा के लिए बीएसएफ के 150 से अधिक जवान अलर्ट मोड पर हैं। 10 ट्रक और राशन किट के साथ जवान तैनात हैं। बीएसएफ और तटीय क्षेत्र के जवान अलर्ट मोड में हैं। अगर स्थिति और गंभीर होती है तो इन जवानों की मदद ली जाएगी।
कच्छ, द्वारका और पोरबंदर में भारी बारिश की संभावना
तूफान के असर से तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं जबकि कुछ इलाकों में बारिश हो रही है। गुजरात में पिछले 24 घंटों में 61 तालुकाओं में बारिश की खबर है। कल दोपहर बाद राज्य के कुछ इलाकों में तेज हवा और गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हो गई। सौराष्ट्र में मंगलवार सुबह से झमाझम बारिश हो रही है। कच्छ, द्वारका और पोरबंदर में भारी बारिश की संभावना है। राजकोट, जामनगर, पोरबंदर में भारी बारिश का अनुमान है। मंगलवार देर रात से ही तूफान की दिशा बदलने लगेगी। जिसमें जखौ बंदरगाह पर तूफान के लैंडफाल की प्रबल संभावना है।
कच्छ में तटीय इलाके को खाली करने का आदेश
कच्छ के कलेक्टर ने लोगों से चक्रवात बिपरजॉय के खिलाफ दिए गए एहतियाती उपायों का पालन करने को कहा है। कलेक्टर ने लोगों से शेल्टर होम में शिफ्ट होने की अपील की है। तट से 10 किमी तक के गांवों के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे इलाकों में जाने के लिए कहा गया है। अधिकतर गांव के प्राथमिक विद्यालय को सेल्टर होम के रूप में रखा गया है।