गुजरात :  तटीय इलाकों में मंडरा रहा है चक्रवात बिपरजॉय का खतरा

अगले 48 घंटों में यानी शनिवार तक भयंकर चक्रवाती तूफान विकसित होने की संभावना 

गुजरात :  तटीय इलाकों में मंडरा रहा है चक्रवात बिपरजॉय का खतरा

चक्रवात के लक्षद्वीप, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना 

देश के तटीय इलाकों में चक्रवात बिपरजॉय का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक, चक्रवात अगले 48 घंटे यानी शनिवार तक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। साथ ही अगले तीन दिनों के दौरान यह उत्तर भारत की ओर बढ़ेगा।

अमरेली कलेक्टर अजय दहिया ने कहा कि प्रसाशन द्वारा सभी तैयारियां कर ली गई हैं। हमारी टीम राजुला और जाफराबाद के तटीय इलाकों में सक्रिय है। 12 तारीख तक हवा की रफ्तार 55 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी। पीपावाव कोस्टगार्ड प्रशासन तट पर सीधी नजर रख रहा है।

महिसागर में पेड़ गिरे

तेज हवाओं के कारण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के पूर्वानुमान के बीच महीसागर में गुरुवार को पेड़ उखड़ गए। खानपुर-लिमडिया हाईवे पर पेड़ गिरे पड़े हैं। कई इलाकों में पेड़ गिरने से हाईवे अवरूद्ध हो गया और सड़कें बंद हो गईं। हालांकि, प्रशासन ने तुरंत ही सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया।

गुजरात के सभी अधिकारियों को मौके पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं

गुजरात की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय फिलहाल पोरबंदर से 930 किमी दूर है। इस तूफान के बाद गुजरात में सिस्टम अलर्ट कर दिया गया है और सभी अधिकारियों को मौके पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है। जिले के सभी बंदरगाहों पर अलार्म नंबर 2 के सिग्नल दे दिए गए हैं। साथ ही लोगों को तट पर न जाने और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है। तूफान को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है।

गिर सोमनाथ के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह 

गिर सोमनाथ में चक्रवात के संभावित खतरे को लेकर सिस्टम अलर्ट मोड में आ गया है। वेरावल, सूत्रापाड़ा बंदरगाह पर डिस्ट्रेस सिग्नल नंबर 2 लगाया गया है और तटीय क्षेत्र के मछुआरों को भी समुद्र के पास न जाने की सलाह दी गई है।

जामनगर में तंत्र भी तंत्र अलर्ट

जिला कलक्टर  बी.ए. शाह ने कहा कि अरब सागर में विपरजॉय साइक्लोन सिस्टम मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुरूप विकसित हुआ है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान और चेतावनियों के अनुरूप जिला प्रशासन जामनगर ने इस संबंध में पूरी तैयारी कर ली है। जिसमें जिला एवं तालुका मुख्यालय के सभी पदाधिकारियों को नियमित रूप से अपने मुख्यालय पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है तथा सभी बंदरगाहों पर दो नंबर के सिग्नल लगाये गये हैं। साथ ही सभी मछुआरों एवं नावों को समुद्र से वापस बुला लिया गया है। जामनगर ग्रामीण के लगभग 12 गाँव, जोडिया तालुका के 8 गाँव और लालपुर तालुका के 2 गाँव कुल 22 गाँव तट पर स्थित हैं। इसमें रहने वाले लगभग 76,000 नागरिकों के लिए जरुरत पड़ने पर सुरक्षित आश्रय के लिए आवश्यक व्यवस्था और योजना बनाई गई है।

जानिए तूफान के ट्रैक की दिशा?

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवात का संभावित ट्रैक उत्तर दिशा में होगा, लेकिन तूफान अक्सर अनुमानित ट्रैक और तीव्रता को गलत साबित करते हैं। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसियों ने कहा कि तूफान महज 48 घंटे में चक्रवात से प्रचंड चक्रवाती तूफान में बदल रहा है, जो पिछले आकलन को गलत साबित कर सकता है। वायुमंडलीय स्थितियों से संकेत मिलता है कि एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान 12 जून तक जारी रहने की संभावना है।

इन राज्यों में अलर्ट

चक्रवात के लक्षद्वीप, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना है। आईएमडी ने इन क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक हवा चलने की चेतावनी जारी की है। पूर्व-मध्य अरब सागर और पश्चिम-मध्य और दक्षिण पूर्व अरब सागर के आस-पास के क्षेत्रों में हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है। इसके अलावा, पश्चिम-मध्य और दक्षिण अरब सागर के आसपास के क्षेत्रों और उत्तरी केरल, कर्नाटक और गोवा के तट के साथ-साथ चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है।