ओखा का एनएसीपी समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण का केन्द्र बिन्दु बनेगा: अमित शाह

गुजरात के ओखा में राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी संस्था में एक साथ 3000 जवानों को मिलेगा प्रशिक्षण

ओखा का एनएसीपी समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण का केन्द्र बिन्दु बनेगा: अमित शाह

एनएसीपी का भूमिपूजन व शिलान्यास, जखौ कोस्टल पोस्ट व लखपतवारी में ओपी टावर का उद्घाटन

खंभालिया/अहमदाबाद, 20 मई (हि.स.)। देवभूमि द्वारका आए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समुद्री सीमा की सुरक्षा में बढ़ोतरी करते ओखा में राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी (एनएसीपी) का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि समुद्री सुरक्षा में सेवारत जवानों के प्रशिक्षण के लिए यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान बनेगा। ओखा के समीप मोजप में बीएसएफ की ओर से आयोजित इस समारोह में केन्द्रीय गृहमंत्री ने कच्छ जिले के जखौ तट पर स्थित बीएसएफ की 05 कोस्टल आउटपोस्ट, सरक्रीक क्षेत्र में लखपतवारी स्थित एक ओपी टावर का ई-उद्घाटन भी किया।

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता से राष्ट्रीय स्तर का सीमा सुरक्षा प्रशिक्षण केन्द्र ओखा में बनने जा रहा है। इससे तटीय सुरक्षा को लेकर जवानों को एक छत के नीचे तटीय सुरक्षा का पाठ पढ़ाया जाएगा। देश की सीमा को विकास के साथ जोड़ते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश की सीमा पहले से अधिक सुरक्षित और देश अधिक मजबूत हुआ है। इसके कारण देश तेजी से विकास कर रहा है।

देश की सुरक्षित सीमा होने का उदाहरण देते हुए शाह ने कहा कि हाल में केरल से 12 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया है। इसके अलावा पिछले कुछ समय में जितने ड्रग्स पकड़े गए हैं उतना पूर्व की सरकारों के समय कभी नहीं पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की विशेष रूप से तटीय सुरक्षा नीति के अंतर्गत तटरक्षक दल, नौसेना, कोस्ट गार्ड और मछुआरों के संयुक्त प्रयत्नों से देश की समुद्री सीमा को अधिक सुदृढ़ और सुरक्षित बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि देश के प्रहरियों की चिंता कर, उनकी सुविधाओं में बढ़ोतरी कर, उनके परिवार की अच्छी तरह से देखभाल की चिंता की जा रही है। साथ ही सुरक्षा के लिए आधुनिक साधन सेना को उपलब्ध कराया गया है।

उन्होंने बीएसएफ के जवानों की शौर्यगाथा का भी गुणगान किया। शाह ने कहा कि देश की सीमा बहुत विशाल है, समुद्री सीमा 7 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी है। इसमें कई गांव, टापू और औद्योगिक जोन शामिल हैं। इन सभी की मजबूती के साथ सुरक्षा करना जरूरी है। भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी के समीप राष्ट्रीय प्रशिक्षण अकादमी का भूमिपूजन करने का अवसर मिलने पर उन्होंने प्रसन्नता जतायी। द्वारका और ओखा के बीच राष्ट्रीय स्तर की तट रक्षा पुलिस अकादमी में हर साल 3000 जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

इस दौरान कच्छ के क्रीक क्षेत्र में 56 करोड़ की लागत से बने आउट पोस्ट व ओपी टावर की सुविधा के संबंध में वीडियो फिल्म प्रदर्शित की गई। बीएसएफ के महानिदेशक डॉ. सुजोय लाल थाउसेन ने स्वागत संबोधन में बीएसएफ के काम से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि नेशनल अकादमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग (एनएसीपी) की स्थापना 9 कोस्टल राज्यों, 5 केन्द्र शासित प्रदेशों में तटीय पुलिस और केन्द्रीय पुलिस दलों के सघन और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगा। इस केन्द्र के लिए 441 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। समारोह में सांसद पूनम माडम, विधायक पबुभा माणेक, केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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