गुजरात : कलोल हाईवे पर एसटी बस-ट्रक की टक्कर में बस चालक की मौत, 19 घायल

वर्कशॉप ब्रिज के पास हाईवे पर गुजर रहे एक ट्रक को तेज रफ्तार एसटी बस ने पीछे से टक्कर मार दी

 कलोल से गुजरने वाला अहमदाबाद-मेहसाणा हाईवे एक्सीडेंट जोन बन गया है। एक सप्ताह पहले एसटी बस और लग्जरी बस के बीच हुए हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी। टोल रोड पर हादसों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा था कि सांचौर से अहमदाबाद जा रही एसटी की कलोल जीआईडीसी गेट के पास मंगलवार की रात हादसा हो गया। जिसमें बस चालक की मौत हो गई, जबकि 19 यात्रियों को मामूली चोटें आने पर इलाज के लिए कलोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया।

कई निर्दोष लोग मर रहे हैं

कलोल हाईवे पर वाहनों की संख्या दिन व दिन बढ़ती जा रही है। बीस साल पहले बना अहमदाबाद-मेहसाणा फोर लेन हाईवे लाखों वाहनों के गुजरने से संकरा होता जा रहा है। राज्य सरकार बजट में दो बार हाईवे को सिक्स लेन बनाने की घोषणा कर चुकी है, लेकिन इसे चौड़ा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण स्टेट हाइवे 41 पर आए दिन हादसे होते रहते हैं जिससे कई मासूमों की जान जा रही है।

सामने खड़े ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी

कलोल वर्कशॉप के पास मंगलवार रात दो ट्रकों और एसटी बस के बीच हादसा हो गया। एक ट्रक दूसरे ट्रक को खींचकर गुजर रहा था, तभी पीछे से आ रही सांचोर-अहमदाबाद एसटी बस ने टक्कर मार दी। टक्कर से सामने खड़ा ट्रक क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि एसटी बस के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ गए। हादसे में एसटी बस चालक प्रफुलसिंह चौहान की मौके पर ही मौत हो गई और 19 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं।

108 एंबुलेंस बुलाई गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया

दुर्घटना पीड़ितों की भीड़ जमा हो गई और 108 एंबुलेंस बुलाई गई और बचाव कार्य शुरू किया गया। घटना के बाद 108 पायलट माणेकलाल और ईएमटी मुकेशभाई सुतारिया ने घायलों को इलाज के लिए कलोल ग्रुप हेल्थ सेंटर और रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। घायलों का इलाज रेफरल अस्पताल में कराया गया। एसटी बस चालक की मौत हो गई और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।

एक हफ्ते में दूसरी दुर्घटना की आशंका

सड़क जाम हाईवे चालकों के लिए मुसीबत बन गया है। लगातार हादसों के चलते सरकार से हादसों को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की जा रही है। लोगों का सुझाव है कि जो चार लेन का राजमार्ग संकरा हो रहा है, उसे छह लेन में परिवर्तित कर चौड़ा किया जाए और ठीक से बनाए रखा जाए। एक सप्ताह में यह दूसरा हादसा है। इससे पहले एसटी बस और लक्सरी के बीच हादसा हो गया था।

टोल कंपनी जीआरआईसीएल की निष्क्रियता से हादसे बढ़े 

कलोल से गुजरने वाले अहमदाबाद-मेहसाणा हाईवे की सारी जिम्मेदारी गुजरात रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड की है। यह बात सामने आई है कि कंपनी शिकायतों पर किसी तरह का ध्यान नहीं दे रही है। अंबिका हाईवे पर भारी दबाव है और इसे हटाने के लिए ड्रामा किया जा रहा है। कुछ दिनों के बाद ये दबाव यथास्थिति में लौट आते हैं।

बस रुकने पर अन्य वाहनों के लिए रास्ता नहीं रहता

अंबिका बस स्टैंड संकरा होने के कारण एक बस रुकती है तो दूसरे वाहनों के लिए रास्ता ही नहीं बचता। यदि इस दबाव को हटा दिया जाए और सर्विस रोड को वापस ले लिया जाए और मुख्य राजमार्ग को चौड़ा कर दिया जाए, तो वाहन आसानी से चल सकते हैं। अंबिका में निजी वाहन चालक भी अपने वाहनों को खड़ा करते हैं और यात्रियों को उठाते हैं। इस गतिविधि पर अंकुश लगाना जरूरी हो गया है। इसके अलावा एक सवाल यह भी रहा है कि जीआरआईसीएल हाईवे से स्ट्रीट लाइट हटाने के लिए कब कदम उठाएगी, आवारा पशुओं का खतरा स्थायी हो गया है।

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