सूरत : ब्रेनडेड 29 वर्षीय युवक के अंगदान से सात लोगों को मिला नया जीवन

डोनेट लाईफ संस्था की मदद से हृदय, फेफड़े, लीवर, किडनी और आंखों का दान हुआ

सूरत : ब्रेनडेड 29 वर्षीय युवक के अंगदान से सात लोगों को मिला नया जीवन

ब्रेनडडे युवक के अंग सात व्यक्तियों का प्रत्यारोपण किया गया, दिल और फेफड़ों को अहमदाबाद ले जाया गया

टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत अब देश में ऑर्गन डोनर सिटी के तौर पर मशहूर हो रहा है। सूरत का एक और अंग दान किरण अस्पताल से किया गया। आदिवासी समाज के  29 वर्षीय ब्रेनडेड झवेर काकड़भाई कुंवर के परिवार ने अंगदान का निर्णय लिया जिससे अंगविफलता से पिडित सात लोगों में हृदय, फेफड़े, लीवर, किडनी और आंखें दान कर मानवता की सुगंध फैलाकर समाज को एक नई दिशा दिखाई है। 

वलसाड के दुंद फलिया प्राइमरी स्कूल के पास रहने वाले झवेरभाई काकड़भाई कुंवर (उम्र: 29) वापी में बायर कंपनी में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। परिवार में पत्नी व एक बेटा व दो बेटियां हैं। झवेरभाई  12 मई को धरमपुर तालुका के खामदाहड़ गांव में एक शादी समारोह में गया था। दोपहर 1.30 बजे वह शादी समारोह से घर लौट रहा था। तभी उसकी बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया तो वह अपनी बाइक साइड में छोड़ कर सड़क पर खड़ा था, तभी किसी अज्ञात कार चालक ने टक्कर मार दी, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश हो गया।

झवेरभाई को तुरंत 108 एंबुलेंस में  धरमपुर के साईंनाथ अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज शुरू किया गया, ब्रेन हैमरेज की पहचान के लिए सीटी स्कैन किया गया। आगे के इलाज के लिए उन्हें 14 मई की रात 10 बजे सूरत के किरण अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज शुरू किया गया। 15 मई को डॉक्टरों ने झवेरभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया।

झवेरभाई को ब्रेन डेड घोषित करने के बाद चिकित्सकों ने परिवार का डोनेट लाइफ संस्था से संपर्क किया गया। डोनेट लाइफ की टीम अस्पताल पहुंची और झवेरभाई के पिता काकड़भाई, बहनोई विनोदभाई, चाचा कालाभाई, बापी गांव के नेता भरतभाई को अंगदान का महत्व और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया। झवेर के पिता व परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि जब हम अंगदान की खबरें अखबारों और डोनेट लाइफ के यूट्यूब चैनल में देखते थे तो हमें लगता था कि यह ईश्वरीय कार्य है। अंग दान के माध्यम से जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मील सकता है। इतना कहकर वे अपने बेटे झवेर का अंगदान करने को राजी हो गए।

हिम्मतनगर के एक 28 वर्षीय व्यक्ति में अहमदाबाद के यू.एन. मेहता अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण किया गया और राजस्थान के एक 59 वर्षीय व्यक्ति में अहमदाबाद के के.डी अस्पताल में फेफड़े का प्रत्यारोपण किया गया। अहमदाबाद के 62 वर्षीय व्यक्ति का सूरत के किरण अस्पताल में लीवर प्रत्यारोपण किया गया। किरण अस्पताल में ही एक किडनी सूरत के 51 वर्षीय व्यक्ति में और दुसरी किडनी सुरेन्द्रनगर के 42 वर्षीय व्यक्ति में प्रत्यारोपित कि गई। 

दिल और फेफड़ों को समय पर अहमदाबाद पहुंचाने के लिए पुलिस द्वारा एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था।

 

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