सूरत : कोविड अब पब्लिक हेल्थ ग्लोबल इमरजेंसी नहीं : विश्व स्वास्थ्य संगठन
सूरत में 1000 बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल बंद किया गया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कोरोना को लेकर बड़ी राहत दी है। WHO ने कहा कि कोविड अब पब्लिक हेल्थ ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है। फिर सूरत के सिविल अस्पताल में कोरोना की शुरुआत में शुरू किया गया 1000 बेड का कोविड अस्पताल शनिवार से बंद कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि शहर में अभी 64 एक्टिव केस हैं। हालांकि, ये सभी होम आइसोलेशन में हैं। अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। सिविल सुपरिंटेंडेंट गणेश गोवेकर ने कोविड अस्पताल बंद करने का समर्थन किया।
कोविड अस्पताल 2020 में शुरू किया गया था
सूरत में 2020 में कोरोना महामारी के चलते सिविल अस्पताल के स्टेम सेल भवन में 1000 बेड का अस्पताल शुरू किया गया था। जिसमें वेंटीलेटर समेत तमाम सुविधाएं रखी गईं। इस अस्पताल में अब तक लाखों कोरोना मरीज इलाज कराकर ठीक हो चुके हैं।
साल की शुरुआत में ही कोरोना को लेकर तैयारी की गई थी
सूरत में दिसंबर में कोरोना का रीएंट्री सुना गया था। जिसके चलते एहतियात के तौर पर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी। कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम प्रशासन ने स्मीमर व सिविल अस्पताल में तैयारी शुरू कर दी थी। मार्च के महीने से मामले बढ़ने लगे थे। जिसमें मामले दहाई अंक में आने लगे। फिलहाल केस सिंगल डिजिट में आ रहे हैं। हालांकि, वे एक सामान्य प्रभाव देख रहे हैं।
सूरत शहर में अभी 64 एक्टिव केस हैं
सूरत शहर में पिछले दो महीने में 1106 मामले सामने आए। जबकि दो मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही सूरत शहर में फिलहाल 64 एक्टिव केस हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और एक भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है। गत रोज सूरत में 5 मामले सामने आए और 18 मरीज ठीक हो गए।