आम बागवानी से आत्मनिर्भर बनकर किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बनी तोरपा की बिनीता

आज बिनीता न सिर्फ अपने गांव, बल्कि प्रखंड के लिए भी एक आदर्श महिला किसान बन गई है

आम बागवानी से आत्मनिर्भर बनकर किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बनी तोरपा की बिनीता

खूंटी, 24 अप्रैल (हि.स.)। जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर और तोरपा प्रखंड मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हुसीर पंचायत के गोपला गांव में एक महिला किसान ने बागवानी कर अपने परिवार को आत्मनिर्भर बनाया है।

हुसीर पंचायत के गोपला गांव में बिनीता गुड़िया और उसका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। दो वक्त की रोटी के लिए परिवार सड़क, भवन, पुल-पुलिया के निर्माण कार्य अथवा खेतों में मजदूरी करता था। परिवार के पास खेती बहुत कम थी, उसमें भी मानसून के अलावा सिंचाई का कोई साधन नहीं था। इस जमीन पर साल में सिर्फ धान और उड़द की खेती हो पाती है।

बिनीता अपने खेत में आम का बाग लगाना चाहती थी, लेकिन निवेश के लिए न पूंजी थी और न ही सिंचाई की सुविधा। उसे आम बागवानी के संबंध में भी कोई जानकारी भी नही थी। इसी बीच एक दिन ग्राम सभा में बिनीता को ग्राम पंचायत के सीएफटी कार्यक्रम (एनआरएलएम और मनरेगा का अभिसरण) के तहत सोशल मोबिलाइजर उर्सेला से बिरसा मुंडा आम बागवानी कार्यक्रम (मनरेगा के तहत आम पौधारोपण) के बारे में जानकारी मिली। ग्रामसभा की अगली बैठक में परिवार वालों ने बागवानी गतिविधि में अपनी रुचि दिखाई और ग्रामसभा से आम बागान स्वीकृत करने का आग्रह किया। परिवार की खराब स्थिति को देखते हुए ग्रामसभा ने इसे स्वीकृत करने का निर्णय लिया। उसने स्वयंसेवी संस्था प्रदान से तकनीकी जानकारी कर आम की बागवानी शुरू कर दी। कहा जाता है न कि मेहनत करने वालों की हार नहीं होती। बिनीता की मेहनत रंग लाई और कुछ साल की मेहनत के बाद उसके बाग में आम की फसल आनी शुरू हो गई। इससे उसके परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरने लगी और आज बिनीता न सिर्फ अपने गांव, बल्कि प्रखंड के लिए भी एक आदर्श महिला किसान बन गई है।

इस संबंध में बिनीता ने बताया कि पहले गांव के लोग डरते थे कि मनरेगा से कोई भी योजना ले लेंगे तो सरकार हमारी जमीन पर कब्जा कर लेगी। आज हमें पता चला कि मनरेगा वास्तव में ग्रामीणों की स्थिति में सुधार लाने के लिए काफी मददगार है। बिनीता के परिवार की सफलता को देखकर गांव के कुछ और लोगों ने आम बागवानी की शुरु कर दी है। आज गोपला गांव में आम के छह बड़े-बड़े बागान हैं।

मनरेगा योजनाओं का लाभ उठाऐं किसान: सुरभि महात्मा

स्वयंसेवी संस्था प्रदान की अधिकारी सुरभि महात्मा बताती हैं कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा के तहत महिला किसान की मेहनत रंग लाईं। आज बिनीता केवल तोरपा प्रखंड नहीं, बल्कि झारखंड के अन्य जिलों में जाकर किसानों को आम बागवानी की जानकारी देती है। उन्होंने कहा कि अन्य किसानों को भी बिनीता से प्रेरणा लेकर मनरेगा की योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वास्तव में बिनीता गुड़िया दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।

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