सूरत  : चैंबर ऑफ कोमर्स द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स नीति पर सेमिनार आयोजित

गुजरात की इलेक्ट्रॉनिक्स नीति 2022-28 और आईटी/आईटी नीति 2022-27 का लाभ उठाने का अनुरोध 

सूरत  : चैंबर ऑफ कोमर्स द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स नीति पर सेमिनार आयोजित

उद्यमियों को "गुजरात इलेक्ट्रॉनिक्स नीति और इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और दक्षिण गुजरात में विनिर्माण में अवसर" पर निर्देशित किया गया 

सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन, इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन और सरदार वल्लभभाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया।  

समृद्धि, नानपुरा, सूरत में "गुजरात इलेक्ट्रॉनिक्स नीति और दक्षिण गुजरात में इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और विनिर्माण में अवसर" पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें गुजरात राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन के प्रबंध निदेशक विदेह खरे, इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन के गुजरात चैप्टर के अध्यक्ष सुधीर नायक और इंफोचिप्स के सह-संस्थापक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन के आईसी सदस्य और डी- मैट्रिक्स के कंट्री हेड और उपाध्यक्ष  डॉ. प्रदीप ठाकर और सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के वरिष्ठ संकाय डॉ. आनंद दरजी ने दक्षिण गुजरात के उद्यमियों को जरूरी मार्गदर्शन दिया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रेसिडेंट इलेक्ट रमेश वघासिया ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक भारत में ईएसडीएम सेक्टर का मार्केट साइज 9.48 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025 तक 300 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का है। वर्तमान में, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माण केंद्र है। हालाँकि, चीन वर्तमान में दुनिया के सेमीकंडक्टर उत्पादन का 24% हिस्सा है। ताइवान में 21% और दक्षिण कोरिया में 19% है। इसमें भारत की हिस्सेदारी करीब 3% है। दुनिया में अब हर चीज स्मार्ट होती जा रही है। जब स्मार्ट मोबाइल, स्मार्ट टीवी, स्मार्ट कार, स्मार्ट होम आदि चीजें सेमीकंडक्टर पर काम कर रही हैं तो भारत को सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की जरूरत है।

विदेह खरे (आईएएस) ने कहा, सूरत औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए जाना जाता है। प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली सेक्टर कई नौकरियों की पेशकश करता है। ऑटो इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी हार्डवेयर, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, एलईडी लाइटिंग और टेलीकॉम में छोटे-छोटे सामान हाथ से बनाने पड़ते हैं। इसलिए उन्होंने उद्योगपतियों से गुजरात के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में इस क्षेत्र में निवेश करने और गुजरात की इलेक्ट्रॉनिक्स नीति 2022-28 और आईटी/आईटी नीति 2022-27 का लाभ उठाने का अनुरोध किया। साथ ही अगर उनके पास कोई सवाल व सुझाव है तो उन्हें चेंबर ऑफ कॉमर्स के माध्यम से भेजने को कहा।

सुधीर नायक ने इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग में अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुनिया में कुल लोगों में से 69 फीसदी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। दुनिया में ऑटोमोटिव सेमीकंडक्टर सेक्टर में साल 2021 में 41.84 अरब अमेरिकी डॉलर और साल 2022 में 47.40 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ था. जबकि 2026 में 72.75 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश का अनुमान है।

डॉ. प्रदीप ठाकर ने इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन और सेमीकंडक्टर कनेक्ट द्वारा की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। जब डॉ. आनंद दारजी ने उद्योगपतियों को इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की जरूरतों को पूरा करने के लिए क्षमता निर्माण की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उद्योग की आवश्यकता के अनुसार कुशल कर्मचारी प्राप्त करने के लिए उद्योग और शिक्षा जगत को समन्वय करना होगा।

चैंबर के मानद मंत्री भावेश टेलर ने सभीका आभार जताया। साथ ही उन्होंने उद्यमियों से अनुरोध किया कि वे एक सप्ताह में अपने सुझाव व प्रश्न चेंबर को भेंजे। ताकि चेंबर इसका अध्ययन कर संबंधित विभाग व मंत्रालय को सौंप सके। इस कार्यक्रम में चेंबर के मानद कोषाध्यक्ष भावेश गढ़िया एवं आईटी एवं संचार समिति के सलाहकार हरेश कलकत्तावाला उपस्थित थे।

चेंबर की आईटी एंड कम्युनिकेशन कमेटी के अध्यक्ष गणपत धामेलिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। जबकि सह अध्यक्ष पुनीत गजेरा ने कार्यक्रम का संचालन किया। स्केट कॉलेज- सूरत डीन एकेडमिक्स डॉ. पैनल चर्चा का संचालन नितिन पटेल ने किया। संबोधन के बाद पैनल डिस्कशन में विशेषज्ञों ने उद्यमियों के विभिन्न सवालों के जवाब दिए और फिर कार्यक्रम का समापन हुआ। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चैंबर की आईटी एंड कम्युनिकेशन कमेटी की अहम भूमिका रही।

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