सूरत : चेंबर द्वारा सूरत शहर के यातायात पुलिस विभाग के साथ यातायात के मुद्दों पर जन संवाद आयोजित 

बेटिया और बहनों को अकेले मॉल की पार्किंग में जाने पर डर नही लगता हो उस शहर की पुलिस बेस्टः पुलिस आयुक्त अजय तोमर

सूरत : चेंबर द्वारा सूरत शहर के यातायात पुलिस विभाग के साथ यातायात के मुद्दों पर जन संवाद आयोजित 

 सूरत शहर की पुलिस अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लर्निंग मशीन और सेंसर की मदद से परिष्कृत होने की कोशिश कर रही है

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा समृद्धि, नानपुरा, सूरत में सूरत शहर के यातायात पुलिस विभाग के साथ मिलकर यातायात के मुद्दों पर एक जन संवाद का आयोजन किया गया। सूरत शहर के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर, यातायात विभाग के संयुक्त पुलिस आयुक्त दिनेश परमार, उप पुलिस आयुक्त अमिता वनानी और सहायक पुलिस आयुक्त बिशाखा जैन उपस्थित थे।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने कहा कि यातायात एक ऐसा विषय है जो सभी को छूता है। उसके लिए थोड़ी सी जागरूकता और कानून का पालन कर ट्रैफिक की समस्या से बचा जा सकता है। चैंबर इस दिशा में प्रयास करता है और इसमें विभिन्न औद्योगिक संघ, सामाजिक संगठन और शैक्षणिक संस्थान भी शामिल हैं। सभी के संयुक्त प्रयास से नागरिकों एवं विद्यार्थियों में यातायात के प्रति जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही पुलिस विभाग व अन्य सरकारी विभागों के साथ मिलकर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

Story-13042023-B17
यातायात के लिए आयोजित परिसंवाद में उपस्थित पदाधिकारी 

 

सूरत शहर के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने कहा कि बिना जनता से सीधे संवाद किए नतीजे हासिल नहीं किए जा सकते। दुनिया के कई देशों की पुलिस बेस्ट लिस्ट में आती है।  लेकिन जिस शहर में बेटियों और बहनों को मॉल की पार्किंग में जाने पर और शहर से बाहर जाते समय डर नहीं लगता उस शहर की पुलिस कामगीरी श्रेष्ठ होती है ऐसा मुझे लगता है। सुरक्षा के लिहाज से सूरत शहर दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर है। सूरत शहर में जब कोई घटना होती है तो पुलिस की पीसीआर वैन आठ मिनट में घटनास्थल पर पहुंच जाती है। यह तभी संभव है जब जनता और पुलिस के बीच आपसी विश्वास और सहयोग की भावना हो।

उन्होंने आगे कहा कि चैंबर की मदद से पिछले साल साइबर सेल की शुरुआत की गई थी। सूरत शहर को सीसीटीवी से कवर कर दिया गया है और जहां सीसीटीवी कवरेज नहीं है वहां ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। शहर में तेज गति से वाहन चलाने वालों की जांच के लिए इंटरसेप्टर लगाए गए हैं। पुलिस को बॉडी वियर कैमरे और पॉकेट कोप से लैस किया गया है। अब सूरत शहर की पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लर्निंग मशीन और सेंसर की मदद से अत्याधुनिक बनने की कोशिश कर रही है।

कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों और संस्थानों के प्रतिनिधियों तथा शहरीजनों ने यातायात संबंधित सवाल पुछने पर पुलिस अधिकारीयों ने जवाब दिया था। पुलिस अन्य सरकारी विभाग जैसे की सूरत नगर निगम तथा अन्य विभागों के साथ संकलन करके यातायात प्रश्नों का निराकरण करने का प्रयास कर रही है। 

Tags: Surat SGCCI