भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष : सचिन पायलट

भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष : सचिन पायलट

जयपुर, 11 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को ऐलान किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। वे चाहते हैं कि देश-प्रदेश में स्वच्छ राजनीति हो। पायलट मंगलवार शाम शहीद स्मारक पर अपनी ही सरकार के खिलाफ पांच घंटे का अनशन खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

पायलट भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे थे। वे सुबह अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे। गहलोत सरकार के खिलाफ उनका एक दिन का अनशन पांच घंटे में खत्म हो गया। मंगलवार शाम करीब पौने 4 बजे समर्थकों ने मिठाई खिलाकर पायलट का अनशन तुड़वाया।

पायलट ने कहा कि उन्होंने सिर्फ भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के मकसद से अनशन रखा था। यदि बात संगठन की होती तो मैं संगठन से बात करता। साल भर से मैं मुख्यमंत्री से मांग कर रहा था। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी रही है तो कार्रवाई भी होनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि कार्रवाई जरूर होगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम चाहते हैं कि देश और प्रदेश में स्वच्छ राजनीति हो। बीजेपी राज के भ्रष्टाचार पर प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से बात नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि रंधावा अभी नए प्रभारी बने हैं। इनसे पहले जो प्रभारी थे, उन्हें पत्र की कॉपी मार्क की थी। चर्चा करते रहते हैं।

दूसरी तरफ, पायलट के अनशन शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो मैसेज जारी कर एक बार फिर मिशन 2030 की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि मैंने तय किया है कि 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है। सीएम गहलोत ने करीब साढ़े छह मिनट के वीडियो में कई महत्वपूर्ण बातों को प्रदेश की जनता के साथ साझा किया। इस दौरान उन्होंने 24 अप्रैल से शुरू हो रहे महंगाई राहत कैम्प और उसके फायदों पर फोकस करते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने बजट सत्र के दौरान घोषित 10 महत्वपूर्ण योजनाओं का ज़िक्र करते हुए लोगों से महंगाई राहत कैम्प से राहत पाने की अपील की।

गाैरतलब है कि नौ अप्रैल को पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमने वसुंधरा सरकार पर करीब 45 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और वादा किया था कि सरकार में आने पर इनकी जांच कर कार्रवाई करेंगे लेकिन सवा चार साल बीतने के बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने दो बार मुख्यमंत्री गहलोत को इस संबंध में चिट्ठी लिखी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसलिए कार्रवाई की मांग को लेकर मैं अनशन पर बैठ रहा हूं।

पायलट मंगलवार सवेरे जब अनशन स्थल पर पहुंचे तब हम जिएंगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिए.... गीत बज रहा था। पूरा पंडाल भीड़ से भरा था। उन्होंने ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद स्मारक पर अपना अनशन शुरू किया था। अनशन स्थल पर लगे पोस्टरों में राहुल-सोनिया का फोटो नहीं दिखा, न ही कांग्रेस का सिंबल। केवल महात्मा गांधी की फोटो लगी थी।

इस बीच, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर दौरा रद्द कर दिया। वे पायलट से बातचीत करने के लिए आज दोपहर बाद जयपुर पहुंचने वाले थे। अब वे बुधवार को जयपुर आ सकते हैं। उन्होंने कल पायलट की कार्रवाई को पार्टी विरोधी बताया था।

इधर, कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी नेतृत्व ने पायलट को राजस्थान के हित में क्या है और आगे का सही रास्ता क्या है, लिखित में बता दिया है। अब जरूरी हो जाता है कि एक अनुशासित सिपाही की तरह वह पार्टी की बातों का सम्मान करें और मुद्दे को पार्टी के भीतर रखें।