गुजरात : जूनियर क्लर्क परीक्षा के लिए एसटी की विशेष सुविधा, चलेंगी 6 हजार बसें, 4100 फेरे की ऑनलाइन बुकिंग शुरू

रेलवे परीक्षा के लिए कल स्पेशल ट्रेनें चलाएगा

गुजरात : जूनियर क्लर्क परीक्षा के लिए एसटी की विशेष सुविधा, चलेंगी 6 हजार बसें, 4100 फेरे की ऑनलाइन बुकिंग शुरू

कुछ पुलिस इकाइयों ने उम्मीदवारों को पहुंचाने के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की है

जूनियर क्लर्क की परीक्षा रविवार 9 अप्रैल को होने वाली है। इस परीक्षा में 9.53 लाख उम्मीदवार शामिल होंगे। राज्य के करीब 3 हजार केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया है। राज्य में परीक्षार्थियों के लिए एसटी विभाग की ओर से 6 हजार बसों के साथ रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। इस बार आंतरिक इलाकों में भी परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं। कई परीक्षा केंद्रों को एक जिले से दूसरे जिले के सुदूर छोटे तालुका में स्थानांतरित कर दिया गया है।

परीक्षा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी

अहमदाबाद के अभ्यर्थियों को सूरत, भावनगर, मेहसाणा, दाहोद, पालनपुर आदि जिलों में परीक्षा केंद्र दिए गए हैं। अहमदाबाद से उक्त जिलों के लिए बसों की मांग अधिक है। अहमदाबाद में अब तक परीक्षार्थियों के लिए 30 बसें बुक की जा चुकी हैं। जबकि परीक्षा के लिए रेलवे रविवार को स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। जिसमें भावनगर से गांधीग्राम और जूनागढ़ से राजकोट के बीच ट्रेन चलेगी। भावनगर और गांधीग्राम के बीच एक विशेष ट्रेन भावनगर, सीहोर, ढोला, बोटाद, बावला, सरखेज स्टेशनों पर रुकेगी। जबकि जूनागढ़ और राजकोट के बीच दो ट्रेनें भक्तिनगर, गोंडल, वीरपुर, नवागढ़ और जेतलसर स्टेशनों पर रुकेंगी।

बस में ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की

GPSSB के अध्यक्ष हसमुख पटेल ने कहा कि एसटी विभाग ने अतिरिक्त बसें भी लगाई हैं। उसके लिए ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की गई है। परीक्षा संपन्न होने के बाद अभ्यर्थियों को वापस ले जाने के लिए बसों की भी व्यवस्था की गई है। जब उम्मीदवार परीक्षा के बाद वापस जा रहे हों तब बस स्टेशनों पर अव्यवस्था न हो इसके लिए पुलिस बंदोबस्त मांगा गया है। साथ ही बैठक में पुलिस को भी इसकी जानकारी दी है।

रिक्शा एसोसिएशन से भी बातचीत की गई

हसमुख पटेल ने कहा कि कुछ स्थानों पर रिक्शा संघ के साथ बैठक की गई है ताकि उम्मीदवारों को अपने स्थानों पर पहुंचने में कोई कठिनाई न हो और उनसे अधिक किराया न वसूला जाए। कुछ पुलिस इकाइयों ने उम्मीदवारों को पहुंचाने के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की है। उन्होंने अपने थाने का नंबर भी हेल्पलाइन नंबर के तौर पर रखा है।