सूरत : नर्मदा जिले में अदाणी फाउंडेशन उत्साहपूर्वक 'पोषण पखवाड़ा' मना रहा

'हर घर सुपोषण, देश का नाम रोशन'

सूरत : नर्मदा जिले में अदाणी फाउंडेशन उत्साहपूर्वक 'पोषण पखवाड़ा' मना रहा

पोषण पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करना है

अदानी फाउंडेशन श्रेष्ठ भारत के लिए स्वस्थ भारत के नेक उद्देश्य के साथ लगातार काम कर रहा है। हाल ही में गुजरात में नर्मदा जिले में पोषण पखवाड़ा का सफल आयोजन किया गया। सुपोषण परियोजना के तहत जिले के 450 गांवों में महिलाओं व बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियां कराई गईं।

भोजन व्यवहार को औषधि में बदलकर स्वास्थ्य में सुधार करने के अभियान में 25000 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। 'स्वस्थ भारत के लिए सुपोषण' विषय पर आधारित पोषण पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है।

सरकार की आईसीडीएस योजना से संबंधित पखवाड़े के तहत आयोजित कार्यक्रमों में पोषण रैली, समूह चर्चा, परिवार परामर्श, अनाज से बने विभिन्न व्यंजनों का प्रदर्शन, स्वास्थ्य प्रतियोगिता, स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता, पोषण वाटिका, विद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, स्वास्थ्य शिविर आदि का आयोजन किया गया।

कुपोषण मुक्त भारत के लिए व्यक्तिगत और सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन पर विशेष बल दिया गया। जिसमें टेक होम राशन (टीएचआर) के तहत पौष्टिक व्यंजन तैयार करना, व्यक्तिगत साफ-सफाई, बच्चे का पालन-पोषण एवं देखभाल, संतुलन एवं पौष्टिक आहार, कुपोषण से बचाव के उपाय आदि की विस्तृत जानकारी दी गई।

चूंकि वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा (मिलेट) वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, इसलिए पोषण पखवाड़े में साबुत अनाज को अधिक लोकप्रिय बनाने की योजनाएँ बनाई है । जिसमें करीब 2000 महिलाओं को बाजरा, ज्वार, सामो, रागी और कोदरी दी जाती है। इस अनाज से खाना पकाने के पाठ पढ़ाए गए जिनमें से लगभग 350 व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया।

सरकार सहित संस्थाओं और समुदायों के समन्वय से ही कुपोषण की समस्या को समाप्त किया जा सकता है। महिलाओं में एनीमिया राशि कम करने के लिए किशोर अवस्था में मार्गदर्शन दिया जाता है। उसके लिए संगीनी बहनें जीवन चक्र दृष्टिकोण से कुपोषित  उन्मूलन के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। इतना ही नहीं, गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद विभिन्न सकारात्मक कार्यक्रम शुरू किए गए हैं।

कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार सहित समुदाय और अदानी फाउंडेशन की 245 टीमें गहनता से काम कर रही हैं। 2018 से नर्मदा जिले में अदानी फाउंडेशन और अदानी विल्मर की संयुक्त पहल से सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों, किशोरों और माताओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार करना है।