कनाडा-अमेरिका सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते समय डूब कर मरे गुजरात के प्रवासी परिवार के हादसे की जांच होगी

अवैध आप्रवासन रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए एंटी-ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट ने मोर्चा संभाला

कनाडा-अमेरिका सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते समय डूब कर मरे गुजरात के प्रवासी परिवार के हादसे की जांच होगी

गुजरात के एक परिवार के चार सदस्य अवैध रूप से यूएस-कनाडा सीमा पार करने का प्रयास करते समय नदी में डूब कर मारे गए थे। इस मामले में अब CID-अपराध की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट (AHTU) जांच करने को तैयार है।

यह घटना तब हुई जब क्यूबेक-न्यूयॉर्क सीमा पर सेंट लॉरेंस नदी में परिवार की नाव पलट गई। मृतकों की पहचान गुजरात के मेहसाणा जिले के मानेकपुर कभला गांव के रहने वाले प्रवीण चौधरी, उनकी पत्नी दक्ष, पुत्र मीत और पुत्री विधि के रूप में हुई है। दुर्घटना में कुल मिलाकर आठ लोगों की जान चली गई, जिनमें कनाडा के पासपोर्ट वाले चार रोमानियन भी शामिल थे।

यह त्रासदी पिछले एक साल में इस तरह की तीसरी घटना है। इससे पहले गुजरात के एक अन्य परिवार के सदस्यों की मौत तब हुई थी जब वे कनाडा से अमेरिका की सीमा पार करने का प्रयास करते समय ठंड से मर गये थे। अब इस नये मामले के बाद राज्य प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच सीआईडी-क्राइम की एएचटीयू यूनिट को सौंप दी है।

मृतक के वीजा और यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने के लिए अधिकारी अपने कनाडाई समकक्षों के संपर्क में हैं।  सीआईडी-अपराध, स्थानीय पुलिस और गुजरात एटीएस की टीमों ने अवैध आप्रवासन रैकेट को उजागर करने के लिए एक बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है, जिसके परिणामस्वरूप कथित सरगना बॉबी पटेल की गिरफ्तारी हुई है।

आगे की जांच में पता चला कि प्रवीण चौधरी अमेरिका में किसी संभावित नियोक्ता के संपर्क में था। यह घटना क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मानव तस्करी और अवैध आप्रवासन के चल रहे मुद्दे पर प्रकाश डालती है। रिपोर्टों से पता चलता है कि स्थानीय एजेंट अमेरिका में बेहतर जीवन के वादे के साथ लोगों को लुभाने में शामिल हैं। यह दुखद घटना अवैध आप्रवासन के खतरों और समस्या के समाधान की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है।