सूरत  : सिविल अस्पताल के पुराने भवन को गिराने का एक्शन प्लान तैयार

दक्षिण गुजरात की सबसे बडी सिविल अस्पताल का जीर्णोद्धार होगा

सूरत  : सिविल अस्पताल के पुराने भवन को गिराने का एक्शन प्लान तैयार

इमरजेंसी विभागों को किया जाएगा शिफ्ट , सिविल अस्पताल में चरणों में मरम्मत का काम शुरू हो गया

दक्षिण गुजरात के सबसे बड़ी नए सिविल अस्पताल परिसर में पुराने ट्रॉमा सेंटर के जीर्णोद्धार का काम पूरा हो गया है। अब जल्द ही किडनी भवन से इमरजेंसी विभाग को शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही पुराने सिविल अस्पताल के जर्जर भवन को गिराने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इससे पहले नॉन क्लीनिकल विभाग के वार्ड को स्टेम सेल बिल्डिंग और क्लीनिकल विभाग के वार्ड को किडनी भवन में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है।

अस्पताल में  मरीजों  के लिए व्यवस्था

नए सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल परिसर के भीतर इमरजेंसी केस के लिए अलग ट्रॉमा सेंटर है, लेकिन पिछले साल मरम्मत के चलते ट्रॉमा सेंटर भवन खाली हो गया था। साथ ही आपात विभाग को अस्थाई तौर पर नवनिर्मित किडनी भवन में शिफ्ट कर दिया गया। अब ट्रॉमा सेंटर का जीर्णोद्धार का काम लगभग पूरा हो चुका है। ट्रामा सेंटर के भूतल पर इमरजेंसी विभाग के मरीजों के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।

ऑक्सीजन पाइप लाइन का काम बाकी है

ऑब्जर्वेशन हॉल में अभी तक ऑक्सीजन की पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। इसके लिए पीआईयू विभाग को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा माइनर ऑपरेशन थियेटर में भी कुछ काम बाकी है। अधिकारियों का कहना है कि छोटे-मोटे काम पूरे होने के बाद किडनी भवन से संचालित इमरजेंसी विभाग को पुराने ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट करने की कवायद की जाएगी।

पुराने भवन को तोडने का काम जल्द शुरू किया जायेगा 

वहीं पुराने भवन में संचालित विभिन्न वार्डों को तोड़ने का काम जल्द शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार की अधिसूचना के बाद कुछ विभागों को किडनी भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ वार्ड ऐसे हैं, जो पुराने भवन से संचालित हो रहे हैं। इसे स्टेम सेल और किडनी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा।

किडनी बिल्डिंग में बाल रोग विभाग

अस्पताल का पुराना भवन जर्जर होने के कारण कुछ माह पूर्व मेडिसिन एवं पीडियाट्रिक्स विभाग को किडनी भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था। अब अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों ने इसमें बदलाव के संकेत दिए हैं। पीआईयू विभाग द्वारा किडनी भवन के तीसरे व चौथे तल पर सर्जरी, आर्थोपेडिक, स्त्री रोग व अन्य वार्डों के लिए ऑपरेशन थियेटर का निर्माण किया जा रहा है। ऑपरेशन थियेटर बनने के बाद क्लीनिकल वार्ड को किडनी भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा। जबकि मेडिसिन एंड पीडियाट्रिक्स विभाग को स्टेम सेल बिल्डिंग में स्थानांतरित किया जाएगा।

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