एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे

एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे

एक मुखी रुद्राक्ष के सेहतवर्द्धक लाभ मिलते हैं। रुद्राक्ष भगवान शिव के अश्रुओं से उत्पन्न हुआ माना जाता है। रुद्राक्ष को धारण करने से पूर्व उसके नियम अपना कर ही धारण करना चाहिए। 

रुद्राक्ष को धारण करने के 7 दिन बाद ही माइग्रेन में आराम मिलता है। डिप्रेशन, तनाव और बेचैनी जैसी मानसिक व्याधियों से बचाता है। न्यूररोटिक डिसऑर्डर से सुरक्षा होती है। वहीं मानसिक शांति और एकाग्रता भी प्राप्त होती है। वास्तु दोष अगर हो तो रुद्राक्ष के अनेकों फायदे देखे जा सकते हैं। जहां रुद्राक्ष की स्थापना हो जाती है वहां लक्ष्मी विशेष रूप से विराजमान होती हैं। ये सर्वोत्तम, सर्वमनोकामना सिद्धि, फलदायक और मोक्षदाता है जिसे गल्ले में रखने से गल्ला कभी धन से खाली नहीं होता। आर्थिक स्थिति की मजबूती के  साथ ही 
आध्यात्मिक इच्छाएँ पूर्ण होती हैं और भीतर की खुशी भी पल्लवित होती रहती हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करने में मदद करता है।  इस रुद्राक्ष के प्रभाव से जीवन में विशेष रूप से समृद्धि आती है। आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि तथा व्यक्तित्व का मूल रूप से विकास होता है, जो मनुष्य के लिए खासकर जरूरी है। 

Rudraksh

एक मुखी रुद्राक्ष करियर तथा व्यवसाय में सफलता, व सम्मान दिलाने में सहायक सिद्ध होता है। यदि कोई व्यक्ति शुद्ध रूप से पूरी जानकारी के साथ रुद्राक्ष धारण करता है तो वह अपने क्रोध पर नियंत्रण पा सकता है। कोई व्यक्ति  रक्त, हृदय, आँख और सिर आदि से संबंधित विकार से पीड़ित है तो उसके लिए यह रुद्राक्ष चमत्कारिक उपाय है। यह रुद्राक्ष बुरी आदतों (नशीले पदार्थ का सेवन आदि) को छुड़वाने  में भी पूरा सहायक है।

ऐसा भी माना जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मन शांत और निर्मल हो जाता है। घर में धन के आने का रास्ता भी खुल जाता है। हाई 'बीपी' भी धीरे धीरे कंट्रोल में रहने लगता है। वहीं शत्रु भी मित्र बन जाते हैं। कोई भी रुद्राक्ष धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह अवश्य लें, कुंडली चेक करवा कर ही उचित कार्य करें, अन्यथा फायदे की जगह नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं।

एस्ट्रो प्रभा (8511877364)