गुजरात : राज्यसभा में उठा महाठग किरण पटेल का मुद्दा, कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने की चर्चा की मांग

गुजरात : राज्यसभा में उठा महाठग किरण पटेल का मुद्दा, कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने की चर्चा की मांग

किरण पटेल को उन इलाकों में जाने की इजाजत क्यों दी गई, जहां आम लोगों को जाने की इजाजत नहीं है : शक्तिसिंह गोहिल

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में द ग्रैंड ललित फाइव स्टार होटल से गुजरात के किरण पटेल के खिलाफ अपराध दर्ज होने के बाद वह 14 दिन की रिमांड पूरी कर फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। जहां उससे गुजरात एटीएस समेत कई सुरक्षा एजेंसियां ​​पूछताछ कर रही हैं। अब इस ठगी का मुद्दा राज्यसभा में भी उठा है। कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने राज्यसभा में किरण पटेल मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की है।

शक्तिसिंह गोहिल ने राज्यसभा में बहस की मांग की

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने नियम 267 के तहत मांग की है कि सदन में दूसरी बहस के बाद किरण पटेल के मुद्दे पर सबसे पहले चर्चा होनी चाहिए। कारण कि किरण पटेल को जेड+ सुरक्षा कवर क्यों दिया गया और उन्हें उन इलाकों में जाने की इजाजत क्यों दी गई जहां नागरिकों के जाने की अनुमति नहीं है। शक्तिसिंह गोहिल ने इस बारे में अपने ट्विटर अकाउंट पर एक नोटिस भी पोस्ट किया है। राज्यसभा में इस प्रक्रिया को बिजनेस नोटिस का निलंबन कहा जाता है। शक्तिसिंह ने इस बारे में सरकारी अधिकारी का भेष धारण करने वाले किरण पटेल से सवाल किया है। किसने उन्हें 
प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी के नाम पर सरकारी सुविधाएं दीं?

पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी है

महाठग किरन पटेल प्रधान मंत्री कार्यालय के अतिरिक्त निदेशक के पद पर रहने के झूठे बहाने के तहत जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में घूमने के बावजूद उसके खिलाफ कोई जासूसी या साजिश का मामला दर्ज नहीं किया गया है। कानूनी जानकारों और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों ने भी श्रीनगर पुलिस पर कई सवाल खड़े किए हैं। गुजरात का महाठग किरण पटेल ने प्रधान मंत्री कार्यालय में रणनीति और प्रचार विभाग के अतिरिक्त निदेशक के पद पर होने का दावा कर एक बार नहीं बल्कि सतत चार बार जम्मू-कश्मीर में बुलेट में गाड़ियों में जेड प्लस सुरक्षा के साथ संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा भी किया था। हालांकि उसकी हिरासत के बाद 2 मार्च को निशात थाने में अपराध दर्ज कर उससे 14 दिनों तक पूछताछ की गई। जिसमें पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी।