विश्व खुशी दिवस : ये है दुनिया का सबसे खुशहाल देश, नागरिकों को मिलती है हर तरह की सुविधा

देश कई वर्षों से वर्ल्ड हैप्पी इंडेक्स में नंबर एक देश रहा, सरकार रखती है अपने नागरिकों का ख्याल

विश्व खुशी दिवस : ये है दुनिया का सबसे खुशहाल देश, नागरिकों को मिलती है हर तरह की सुविधा

आज वैश्विक खुशी का दिन (वर्ल्ड हैप्पी डे) है। दुनिया के सभी लोगों को खुश होना चाहिए। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में सबसे खुश लोग कहां रहते हैं? या कौन सा देश दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। तो जवाब है फ़िनलैंड। ये देश कई वर्षों से वर्ल्ड हैप्पी इंडेक्स में नंबर एक देश रहा है।

जानिए कितनी है जनसंख्या, अपराध बहुत कम

आपको बता दें कि फिनलैंड दुनिया के सबसे विकसित देशों में से एक है। जहां हर नागरिक को आर्थिक सुरक्षा, भत्ते के साथ-साथ कई अधिकार और सुविधाएं मिली हों, कभी यह सोचने की जरूरत न हो कि अगर उनकी नौकरी चली गई तो क्या होगा या अगर वे बूढ़े हो गए और दुर्घटना या बीमार होने पर उनके पास पैसा या इलाज नहीं है तो क्या होगा। यह कैसे होगा? यह सारी जिम्मेदारी सरकार उठाती है। हालांकि यहां के लोगों की आमदनी ज्यादा है। इस हिसाब से फिनलैंड सबसे स्थिर और सुरक्षित देश है। साल 2015 में यहां मर्डर रेट प्रति एक लाख आबादी पर महज 1.28 फीसदी है. यहां की कुल आबादी 55 लाख है।

इस देश में अपराध भी बहुत कम

इतना ही नहीं इस देश में अपराध भी बहुत कम है। यहां संगठित अपराध यहां लगभग न के बराबर है। पुलिस बहुत भरोसेमंद और कुशल है। यहां की पुलिस और इंटरनेट सुरक्षा दुनिया में दूसरे नंबर पर मानी जाती है। कानून का सख्ती से पालन किया जाता है। लेकिन यहां यह भी ध्यान रखना होगा कि यहां के नागरिकों का विश्वास सबसे पहले राजनीतिक, कानून और पुलिस व्यवस्था में है।

 देर रात तक रहता है उजाला

देश में लगभग 18 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर हैं, जो यूरोपीय संघ में सबसे कम है। यहाँ पर बहुत ठंड है। इसके बाद भी यहां का वातावरण प्रफुल्लित और मनमोहक बना रहता है। गर्मियों में रात 12 बजे के बाद कुछ अंधेरा हो जाता है, लगभग 10 बजे के पहले ऐसा लगता है जैसे अभी शाम हो रही है जबकि सर्दियों में ज्यादातर दिन अंधेरा रहता है।

भ्रष्टाचार भी बहुत कम

भ्रष्टाचार की बात करें तो यहां कम ही देखने को मिलता है। कहा जाता है कि यहां का समाज सबसे प्रगतिशील है। अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत है। फिनलैंड के बैंकों को दुनिया में सबसे ताकतवर माना जाता है। हालांकि, यहां जीडीपी कम है। यह दुनिया का इकलौता देश होगा जहां कोई बेघर नहीं होगा।

स्वच्छ वातावरण, अभिव्यक्ति की आजादी

यहां के लोग बेहद मुक्त वातावरण में रहते हैं। यहां प्रेस को भी पूरी आजादी है। फिनलैंड में लोगों की सैलरी से ट्रैफिक का पैसा काटा जाता है. हालाँकि, इस कानून ने पुलिसकर्मियों को बहुत परेशानी दी, क्योंकि लोगों ने हमेशा अपनी कमाई को कम करके बताया है। इसके अलावा स्वच्छ हवा के मामले में यह दुनिया का तीसरा देश है। इस देश में कुल 1,87,888 झीलें हैं, जिसके कारण इसे झीलों का देश भी कहा जाता है। वहीं, यहां बड़ी मात्रा में जंगल है।

लोग संतुष्ट, शिक्षा व्यवस्था सबसे बेहतर

यहां के लोग अपने जीवन से संतुष्ट हैं। उन्हें अपने आवास के बारे में कोई शिकायत नहीं है। हालाँकि, यहाँ आवास काफी विशाल और आरामदायक हैं। यहां की शिक्षा व्यवस्थाओं के उदाहरण पूरी दुनिया में दिए जाते हैं। यहां के पुस्तकालयों का उपयोग यूरोप में दूसरी सबसे बड़ी संख्या में लोगों द्वारा किया जाता है।