अजब-गजब : इस भारतीय कंपनी में करना चाहेगा हर कोई काम, यहाँ कर्मचारियों को मिलती है ‘नींद’ लेने की छुट्टी

अजब-गजब : इस भारतीय कंपनी में करना चाहेगा हर कोई काम, यहाँ कर्मचारियों को मिलती है ‘नींद’ लेने की छुट्टी

होम फर्निशिंग कंपनी वेकफिट सॉल्यूशंस ने आज अंतर्राष्ट्रीय नींद दिवस पर अपने कर्मचारियों को दिया सोने का ब्रेक

किसी भी स्थान पर काम करने वाले हर कर्मचारी को छुट्टी बहुत पसंद होती हैं। फिर चाहे वो निजी कार्यालय हो या सरकारी संस्था! ऑफिस में कर्मचारियों को कई तरह की छुट्टी मिलती है। इसमें सीक लीव, ​​ईएल और सीएल भी शामिल है। आप इस बात से जरुर सहमत होंगे कि किसी भी कंपनी में काम करने वाले कई कर्मचारी काम करते-करते सो जाते हैं। ऐसे समय में हर कोई चाहता है कि उसे छुट्टी मिल जाए। कुछ दिन पहले ऐसी ही एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई थी, जिसमें ट्विटर का एक कर्मचारी ऑफिस में बिस्तर लगाकर सो रहा था। ऐसे में आपको आश्चर्य होगा जब आपकी कंपनी आपको सोने तक की छुट्टी देने लगे! भले आपकी कंपनी आपको सोने की छुट्टी न दे पर एक कंपनी अपने कर्मचारियों को स्लीप लीव दे रही है। यह कंपनी विदेश की नहीं बल्कि भारत की है।

जानिए किस कंपनी ने दिया अपने कर्मचारियों को सोने की छुट्टी

आपको बता दें कि वर्ल्ड स्लीप डे यानी आज 17 मार्च, 2023 को बेंगलुरु की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक अनोखा तोहफा दिया है। कंपनी ने इंटरनेशनल स्लीप डे (अंतर्राष्ट्रीय नींद दिवस ) पर सभी को ब्रेक दिया है ताकि वे सो सकें। कंपनी ने कहा कि यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि शुक्रवार, अंतर्राष्ट्रीय नींद दिवस के अवसर पर कर्मचारियों को एक वैकल्पिक अवकाश प्रदान किया गया है। कंपनी की बात करें तो वेकफिट सॉल्यूशंस एक ऐसी कंपनी है जो कर्मचारियों को स्लीप ब्रेक देती है। होम फर्निशिंग कंपनी वेकफिट सॉल्यूशंस ने विश्व नींद दिवस को चिह्नित करने के लिए लिंक्डइन पर मेल का एक स्क्रीनशॉट साझा किया। यह मेल कंपनी द्वारा अपने कर्मचारियों को भेजा है। वेकफिट ने अपने मेल ने कहा ‘17 मार्च, 2023 को वर्ल्ड स्लीप डे को वेकफिट के सभी कर्मचारियों को आराम दिया जाता है।’ इसके साथ ही कर्मचारियों को शनिवार और रविवार की छुट्टी भी मिली है। ऐसे में तीन दिन का वीकेंड अतिरिक्त छुट्टी के साथ आ गया है।

यहाँ आ चुका है ‘राइट टू नैप’ का अधिकार

ध्यान देने वाली बात है कि पिछले साल, कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए "राइट टू नैप पॉलिसी" की घोषणा की, जिसके तहत सभी कर्मचारियों को उनके काम के घंटों के दौरान 30 मिनट की झपकी लेने की अनुमति थी। कंपनी के मुताबिक, दोपहर की झपकी शरीर को रिचार्ज करने और काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। इससे कार्यस्थल की गुणवत्ता में भी सुधार होता है।

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