गुजरात : राज्य में शिक्षा व्यवस्था की हालत खस्ता, 54 स्कूलों में केवल एक शिक्षक

सरकार ने विधानसभा में माना कि जूनागढ़ जिले के 54 स्कूलों और पोरबंदर जिले के 7 स्कूलों में चारदीवारी ही नहीं

गुजरात : राज्य में शिक्षा व्यवस्था की हालत खस्ता, 54 स्कूलों में केवल एक शिक्षक

गुजरात में विधानसभा में शिक्षा का मुद्दा एक बार फिर उठा है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले राज्य में शिक्षा और स्कूलों का मुद्दा उठाया। अब इस मुद्दे पर विधानसभा सदन में भी चर्चा होने लगी है। सरकार ने आज सत्र में प्रश्नकाल के दौरान विधायक के सवाल का जवाब देते हुए माना कि प्रदेश के दो जिलों के 54 स्कूलों में केवल एक शिक्षक के भरोसे शैक्षणिक कार्य चल रहा है।

शिक्षा मंत्री ने लिखित में जवाब दिया

आपको बता दें कि सरकार ने विधानसभा में माना कि देवभूमि द्वारका जिले में 46 स्कूल, जामनगर जिले में 8 स्कूल, कल्याणपुर तालुका में 16 स्कूल, खंभालिया और भंवड़ तालुका में 12-12 स्कूल वर्तमान में केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है और यहाँ छात्र रामभरोसे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। गुजरात विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक हेमंत अहीर के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने लिखित जवाब दिया।

पोरबंदर जिले के 7 स्कूलों में चारदीवारी नहीं

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया के सवाल के जवाब में शिक्षा विभाग ने माना कि पोरबंदर और जूनागढ़ जिले के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में सुविधाओं की कमी है। शिक्षा विभाग ने माना है कि जूनागढ़ जिले के 127 स्कूलों, पोरबंदर जिले के 9 स्कूलों में कमरों की कमी है। जबकि पोरबंदर जिले के 7 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं है और जूनागढ़ जिले के 54 स्कूलों और पोरबंदर जिले के 7 स्कूलों में चारदीवारी ही नहीं है।