सूरत  : लाजपोर जेल के  27 कैदी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे

लाजपोर जेल में परीक्षा की तैयारी कर रहे कैदी छात्र 

सूरत  : लाजपोर जेल के  27 कैदी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे

सूरत की लाजपोर जेल के कैदी देंगे 10वीं और 12वीं की परीक्षा, पिछले 8 महीने से कर रहे हैं तैयारी

शिक्षा के लिए कोई स्थान या आयु सीमा नहीं है। आज किसी भी उम्र में और किसी भी जगह से शिक्षा प्राप्त करना आसान होता जा रहा है। एक व्यक्ति जिसके पास केवल इच्छा शक्ति है, वह शिक्षा लेने में कभी असफल नहीं होता है। इस बीच सूरत की लाजपोर जेल के कैदी भी आगे बढ़ने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। लाजपोर जेल के कैदी पिछले आठ महीने से बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। 27 कैदियों में से कुछ छात्र 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनका मकसद है कि जेल में रहते हुए भी समाज में एक अच्छा नागरिक बनने के लिए शिक्षा जरूरी है। बोर्ड परीक्षा पास कर वे फिर से पढ़ाई करने को तैयार हैं।

लाजपोर जेल के कैदी देंगे परीक्षा

एक व्यक्ति किसी अपराध में शामिल होने के कारण जेल जाता है। कभी-कभी ऐसे हालात होते हैं जब कोई व्यक्ति न चाहते हुए भी अपराध करता है। या कई बार व्यक्ति की मानसिकता अपराधी होती है। ऐसे लोगों के लिए जेल ही एक मात्र ठिकाना है। लेकिन अगर इंसान अपनी गलती का अहसास कर जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाए तो उसे हर स्थिति में मदद मिलती है। लाजपोर जेल के कैदी इस समय 10वीं कक्षा और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

ज्ञान का अभाव आपराधिक कृत्यों की ओर ले जाता है: कैदी

प्रशांत कुमार नायक ने कहा, मैं लाजपार जेल में कैदी हूं। मैं 12वीं की परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं। जेल में आने के बाद मैंने जो किया उसके लिए मुझे खेद है। लेकिन हालात ऐसे थे कि हमने अपराध किया और कम शिक्षा और ज्ञान के अभाव के कारण भी मैंने यह आपराधिक कृत्य किया। लेकिन मैं फिर से 12वीं कक्षा की परीक्षा देकर लोगों के सामने समाज के एक अच्छे नागरिक के रूप में उपस्थित होना चाहता हूं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं, सभी को ज्ञान लेना चाहिए क्योंकि ज्ञान की कमी ही आपराधिक कृत्य की ओर ले जाती है।

पढ़कर पुलिसकर्मी बनने की इच्छा थी लेकिन अधुरी रह गयी : बंदी

सुभाष गोस्वामी ने कहा, मैं पढ़-लिखकर पुलिस अफसर बनना चाहता था। लेकिन गरीबी के कारण मैं शिक्षा प्राप्त नहीं कर सका। यहां की स्कूल व्यवस्था बहुत अच्छी है। मुझे जानकारी मिली और उसके बाद मैंने 10वीं की परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी। कुछ दिनों में परीक्षा है। हम पिछले सात-आठ महीने से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

शिक्षा और प्रशिक्षण के रूप में बंदियों के लिए व्यवस्था : जेलर

लाजपोर जेल के वरिष्ठ जेलर एन एम राठवा ने कहा कि कैदियों की शिक्षा और प्रशिक्षण के तहत हम कैदियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था करते हैं। वर्तमान में 27 कैदी बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। जेल से छूटने के बाद हम विशेष व्यवस्था करते हैं ताकि उन्हें अच्छी जगह नौकरी मिल सके, अगर उन्होंने अच्छी शिक्षा प्राप्त की है तो वे समाज में एक सम्मानित व्यक्ति के रूप में अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। तरह-तरह की ट्रेनिंग भी दी जाती है। ताकि जेल से छूटने के बाद वे अपनी रोजी-रोटी कमा सकें।

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