सूरत :  हॉन्गकॉन्ग से आई महत्वपूर्ण खबर,  हीरा उद्योग के लिए अगले 6 महीने अहम

हॉन्गकॉन्ग शो में चीनी बाजार के खुलने से भारतीय हीरा आभूषण उद्योग को फायदा हुआ

दो साल से कोरोना की वजह से घरों में कैद चीनी जनता बाजारों में खरीदारी के लिए निकली 

दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय जेम एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री ने फरवरी 2023 में जबरदस्त वापसी की है। फरवरी माह में लगभग सभी श्रेणी के हीरों-आभूषणों के निर्यात में उछाल देखा गया है। फरवरी के महीने में भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग को चीनी और मध्य पूर्व के बाजारों से अच्छा समर्थन मिला। इन दोनों बाजारों से अच्छी मांग के कारण बड़ी मात्रा में हीरे के आभूषणों का निर्यात किया गया है। भारतीय हीरे के आभूषणों का निर्यात औसतन 24 प्रतिशत बढ़ा है। फरवरी महीने में कुल 28,832.86 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ जबकि पिछले साल इसी अवधि में 23,326.80 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष विपुल शाह ने कहा कि  हॉन्गकॉन्ग शो से पहले पिछले कुछ महीनों से बाजार नकारात्मक कारकों का सामना कर रहा था। लेकिन अब वो दिन लद चुके हैं। चीनी आभूषण बाजार से अच्छी प्रतिक्रिया के कारण बाजार में काफी सकारात्मक उछाल आया है। जीजेईपीसी हॉन्गकॉन्ग शो में चीनी बाजार के खुलने की मांग को लेकर काफी उत्साहित था। उम्मीद के मुताबिक, इस शो से भारतीय हीरा आभूषण उद्योग को फायदा हुआ है। भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग ने अकेले तराशे और पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में 32 प्रतिशत की वृद्धि का अनुभव किया है। जो चीनी नव वर्ष की मजबूत मांग को दर्शाता है। इसके अलावा, भारतीय ज्वैलर्स ने सादे सोने के आभूषणों के निर्यात में 45 प्रतिशत की वृद्धि देखी। मध्य पूर्व के बाजारों को फायदा हुआ। जड़े हुए सोने के आभूषणों के अमेरिकी निर्यात में 20 प्रतिशत सुधार देखा गया है।

शाह ने आगे कहा कि चीनी बाजार ने अच्छी क्षमता दिखाई है। चीन में शुद्ध बचत अनुपात 40 प्रतिशत है। जो खरबों डॉलर के बराबर है। दो साल से कोरोना की वजह से घरों में कैद चीनी जनता बदला लेने के मुड में बाजारों में खरीदारी के लिए निकली है। इसे देखते हुए अगले 6 महीने रत्न और आभूषण उद्योग के लिए अच्छे रहने की उम्मीद है।

फरवरी में पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में 32 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई

फरवरी 2023 में कटे और पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में जोरदार वृद्धि देखी गई। फरवरी 2023 में 19,582.38 करोड़ मूल्य के पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात किया गया है, जो पिछले साल के 14,841.90 करोड़ की तुलना में 32 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह फरवरी 2023 में पॉलिश्ड लैबग्रोन हीरों के निर्यात में 18.23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के 944.84 करोड़ की तुलना में इस वर्ष 1117.10 करोड़ के लैबग्रोन हीरे का निर्यात किया गया है। जबकि विदेशों में भी सोने के आभूषणों की अच्छी मांग रही है। फरवरी में सादे और जड़ाऊ सोने के आभूषणों के निर्यात में 29.89 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल के 4488.30 करोड़ के मुकाबले 5829.65 करोड़ के सोने के आभूषणों का निर्यात किया गया है। केवल सादे सोने के आभूषणों की बात करें तो इसके निर्यात में 45.04 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

पिछले वर्ष के 1795.51 करोड़ के मुकाबले इस वर्ष फरवरी में 2604.14 करोड़ के सादे सोने के आभूषणों का निर्यात किया गया है। जड़े हुए आभूषणों का निर्यात 19.78 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले वर्ष के 2692.79 करोड़ की तुलना में इस वर्ष 3225.51 करोड़ मूल्य के जड़ाऊ आभूषणों का निर्यात किया गया है। इसके अलावा कलर्ड जेमस्टोन में सबसे ज्यादा 116.14 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के 209.16 करोड़ की तुलना में इस वर्ष 452.08 करोड़ मूल्य के रंगीन रत्नों का निर्यात किया गया है। हालांकि, चांदी के आभूषणों और प्लेटिनम के आभूषणों के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के 1970.82 करोड़ की तुलना में चांदी के आभूषणों में 1125.60 करोड़ 42.89 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि प्लेटिनम के आभूषणों में पिछले वर्ष के 13.94 करोड़ की तुलना में 37.63 करोड़ की गिरावट दर्ज की गई।

अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक की अवधि औसत रही

साल 2022 भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग के लिए उतार-चढ़ाव वाला रहा है। अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक रत्न और आभूषण के निर्यात में केवल 5.27 प्रतिशत की औसत वृद्धि देखी गई है। पिछले वर्ष की समान अवधि में 264994.83 करोड़ की तुलना में चालू वर्ष में 278960.56 करोड़ का निर्यात हुआ। इस दौरान तराशे और पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में 0.22 फीसदी की कमी दर्ज की गई। पिछले वर्ष के 163847.98 करोड़ की तुलना में 163489.85 करोड़। सोने के आभूषणों के निर्यात में केवल 11.74 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। निर्यात पिछले वर्ष के 62527.88 करोड़ की तुलना में 69866.48 करोड़ रहा। जिसमें सादे सोने के आभूषणों का निर्यात 16.39 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले वर्ष के 26134.67 करोड़ की तुलना में 30417.83 करोड़। जड़े हुए सोने के आभूषणों में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। निर्यात 36393.21 करोड़ के मुकाबले 39448.65 करोड़ रहा।

जबकि पॉलिश्ड लैबग्रोन हीरों के निर्यात में अच्छी वृद्धि देखी गई है। इस क्षेत्र के हीरा निर्यात में 43.93 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। निर्यात पिछले वर्ष के 8719.02 करोड़ के मुकाबले 12549.34 करोड़ रहा। इस दौरान रंगीन रत्न के निर्यात में 48.62 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के 2121.87 करोड़ के मुकाबले 3153.60 करोड़ का निर्यात किया गया है। चांदी के आभूषणों का निर्यात 26.29 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले वर्ष के 18321.89 करोड़ के मुकाबले 23139.14 करोड़। प्लेटिनम ज्वैलरी का निर्यात 15.83 फीसदी बढ़ा है। पिछले वर्ष के 195.96 करोड़ के मुकाबले 226.98 करोड़ का निर्यात किया गया है।

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