सूरत : पहली बार विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में ड्रेस कोड होगा, 600 का कुर्ता 1565 में दिया जाऐगा

छह मार्च को विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह

सूरत : पहली बार विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में ड्रेस कोड होगा, 600 का कुर्ता 1565 में दिया जाऐगा

पदक या पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं के लिए 2 रंग के कुर्ते के ऑर्डर देने पर विवाद

छह मार्च को होने वाले वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में ड्रेस कोड रखा गया है। मेडल, पुरस्कार पाने वाले विद्यार्थियों के लिए दो रंग का कुर्ता ड्रेस तय किया गया है। इसके अलावा छात्रों को खेस (फित्ता) भी दिया जाएगा। इस ड्रेस कोड के लिए विश्वविद्यालय ने बारोबार बारडोली के एक संस्थान को आदेश दिया है।

कुर्तों के लिए बहुत अधिक शुल्क रखा गया, छात्रों के बीच सुगबुगाहट

इस फर्म द्वारा तय किए गए अनुसार छात्रों को कुर्ता और खेस प्रदान किया जाएगा। इसके लिए छात्रों ने कुर्ता के लिए 1180 रुपये और खेस के लिए 385 रुपये और इच प्रकार से दो घंटे के समारोह के लिए छात्रों को 1565 रुपये खर्च करने पडेंगे। छात्रों के बीच यह सुगबुगाहट रही है कि विश्वविद्यालय द्वारा दिए जानेवाले कुर्तों के लिए बहुत अधिक शुल्क रखा गया है। आमतौर पर अगर आप रेडीमेड कुर्ता लेने जाते हैं तो यह आपको बाजार में 500 से 600 रुपये में आसानी से मिल जाता है। इसके बजाय 1180 जितनी ऊंची कीमत वसूल की जा रही है।

अन्य संस्था से कीमत पूछे बिना आँख बंद करके ऑर्डर दिया

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय की ओर से बारडोली के खादी भंडार को ऑर्डर दिया गया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय ने किसी अन्य संस्थान से मूल्य भी नहीं पुछा है। इसलिए विश्वविद्यालय ने स्वयं ही संस्था द्वारा दी गई कीमतों को आंख मूंदकर स्वीकार कर लिया है। जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि छात्रों को अधिक पैसा देना पड़ रहा है।

यह फैसला संगठन को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है

सीनेट सदस्य भावेश रबारी ने कहा कि एक ही संस्था से ड्रेस खरीदने का फैसला गलत है। एक छात्र या एक सीनेट सदस्य को उस रंग का कुर्ता कहीं से भी खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए। इससे साफ तौर पर संगठन को फायदा होता दिख रहा है।

यूजीसी सर्कुलर के अनुसार फैसला लिया, ड्रेस कोड अनिवार्य नहीं 

वाईस चांसलर किशोर सिंह चावड़ा ने कहा कि यूजीसी के सर्कुलर के मुताबिक खादी की दुकान या हैंडीक्राफ्ट से ही कुर्ता खरीदना होता है। 200 छात्रों के लिए ड्रेस कोड होने से निविदा की आवश्यकता नहीं है। ड्रेस कोड भी अनिवार्य नहीं है। खादी ग्रामोद्योग के साथ-साथ एक सखी मंडल भी है।