
नागालैंड : दीमापुर में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री पारंपरिक आदिवासी परिधान में आये नजर
मुख्यमंत्री नेफू रियो ने किया विशेष स्वागत, भाला दिया उपहार स्वरुप
पीएम नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को नागालैंड के दीमापुर में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी नागालैंड के पारंपरिक आदिवासी परिधान में नजर आए। यहां राज्य के मुख्यमंत्री नेफू रियो ने उनका विशेष स्वागत किया और उन्हें उपहार स्वरुप एक भाला भेंट किया। नागालैंड के लोग अपने हथियारों से बहुत प्यार करते हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि अतीत में उनका जीवन इन हथियारों पर निर्भर था। भाला और डंडा नागाओं का सबसे प्रसिद्ध हथियार है। भाले लोहे से बने होते हैं और शिकार और युद्ध के लिए उपयोग किए जाते हैं। विशेष अवसरों पर प्रयुक्त होने वाले इस भाले की छड़ को बकरी के बालों से सजाया जाता है।
Hon'ble CM @Neiphiu_Rio ji & Hon'ble Dy CM @YanthungoPatton ji, accorded a warm traditional welcome to Hon'ble PM Shri @narendramodi Modi Ji today, at the BJP- @NDPPofficial Joint Public Rally in #Chumukedima.@BJP4India @blsanthosh @AlongImna @NalinSKohli pic.twitter.com/7gwCFaMHbj
— BJP Nagaland (@BJP4Nagaland) February 24, 2023
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस का किया जिक्र
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के शासन का भी जिक्र किया। उन्होंने कांग्रेस के शासन के दौरान नागालैंड में राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र करते हुए, दावा किया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ने दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से पूर्वोत्तर को नियंत्रित किया और दिल्ली से दीमापुर तक वंशवादी राजनीति को प्राथमिकता देकर इसके विकास के लिए आवंटित धन को डायवर्ट कर दिया।
Nagaland warmly welcomes our Hon'ble PM @narendramodi ji today to the BJP- @NDPPofficial Joint Public Rally in #Chumukedima. PM's visit to the state will change the political scenario of the state. pic.twitter.com/q7cWTsYwVH
— BJP Nagaland (@BJP4Nagaland) February 24, 2023
भाजपा क्षेत्र के 8 राज्यों को अष्टलक्ष्मी मानती है
पीएम मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस पूर्वोत्तर को एटीएम की तरह इस्तेमाल कर रही है। हालांकि बीजेपी क्षेत्र के 8 राज्यों को अष्टलक्ष्मी मानती है और यहां शांति और विकास के लिए काम कर रही है। दीमापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए नागालैंड में स्थायी शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहा है ताकि सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम, 1958 को राज्य से पूरी तरह से हटाया जा सके।