गोवा के इस विशेष आम की कीमत सुनकर हैरान रह जायेंगे आप, मंकुराडो आम की कीमत 6,000 रुपये प्रति दर्जन

गोवा के इस विशेष आम की कीमत सुनकर हैरान रह जायेंगे आप, मंकुराडो आम की कीमत 6,000 रुपये प्रति दर्जन

मंकुराडो गर्मियों के दौरान गोवा में सबसे अधिक मांग वाली आम की किस्मों में से एक है

गर्मियों के आने के साथ ही बाजार में  आमों का आगमन होने लगता है। विभिन्न तरह की प्रजातियों वाले इस फल के राजा का हर कोई दीवाना हैं। बाजार में अब छोटे स्तर पर ही सही, कच्चे रूप में ही सही पर आम बिकने लगे हैं। वहीं गोवा का मंकुराडो आम तटीय राज्य के मुख्य बाजारों में आ गया है और इसकी कीमत सुनकर आप ईरान रह जाओगे। इस मंकुराडो आम की कीमत 6,000 रुपये प्रति दर्जन है। मंकुराडो गर्मियों के दौरान गोवा में सबसे अधिक मांग वाली आम की किस्मों में से एक है और किसी भी शख्स के बगीचे में मंकुराडो का पेड़ होना घर के मालिक के लिए गर्व की बात मानी जाती है। कई आम किसानों के लिए, इस मौसम में मंकुराडो आय का स्रोत है।

फसल कम होने के कारण बढ़ी कीमतें

आपको बता दें कि दक्षिण गोवा के मडगांव के आम के थोक व्यापारी राजेश नाइक ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि फसल कम होने के कारण कीमतें बढ़ गई हैं। नाइक ने कहा, "आम के आकार के अनुसार उसकी कीमत तय की जाती है। वर्तमान में बड़े आकार के मंकुराडो की कीमत लगभग 6,000 रुपये प्रति दर्जन है और छोटे आकार की कीमत 4800 रुपये है।" उन्होंने कहा कि मडगांव बाजार में पूरे राज्य से विक्रेता थोक भाव पर खरीदारी करने आते हैं और फिर अपने क्षेत्रों में बेचते हैं। उनके अनुसार, यह बाजार सुबह 3 बजे खुलता है और विक्रेता के वहां से चले जाने के तुरंत बाद बंद हो जाता है।

कीमत ज्यादा होने से बिक्री पर हो रहा है असर

इससे आगे बताते हुए उन्होंने कहा, "वर्तमान में मंकुराडो आम की कटाई कम है, लेकिन अप्रैल तक हमें बड़ी मात्रा में मिल सकता है। राज्य के कई क्षेत्रों से आम के किसान मडगांव में मंकुराडो बेचने आते हैं। वहीं पणजी बाजार की विक्रेता शुभांगी गौडे ने कहा कि मंकुराडो का रेट महंगा होने के कारण लोग कम खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, "लागत अधिक होने के कारण वे दर्जन भर आम नहीं खरीदते हैं। उनमें से कई दो या चार आम खरीदते हैं। वर्तमान में आपूर्ति कम है इसलिए दर महंगी है।"

पिछले साल मुख्यमंत्री ने भी किया था इस आम का जिक्र

इस आम के बारे में कुछ राजनीतिक स्मृति याद करें तो पिछले साल, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने महाराष्ट्र के ग्रीष्मकालीन गौरव, अल्फोंसो आम पर कटाक्ष किया था, जिसमें जोर देकर कहा गया कि गोवा की एक देशी किस्म, मनकुराडो आम का स्वाद अपने समकक्ष से बेहतर है। पणजी के पास एक कृषि सम्मेलन में बोलते हुए सावंत ने यह भी कहा था कि गोवा सरकार आम की किस्म के लिए जीआई (भौगोलिक संकेत) टैगिंग प्राप्त करने के प्रयास कर रही है, जो गोवा के लिए अद्वितीय है। आगे सावंत ने कहा था, "हम सभी कहते हैं कि अल्फांसो आम लोकप्रिय है, लेकिन मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि मंकुराडो आम ज्यादा स्वादिष्ट है। मैं इसे बहुत गर्व के साथ कह सकता हूं।" 2020 में प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाने के बाद से गोवा पिछले दो वर्षों से मंकुराडो आम के लिए जीआई टैग का इंतजार कर रहा है।

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