सूरत : लिंबायत में दंपत्ति ने स्कूल व नगर निगम में नौकरी का झांसा देकर 15.68 लाख की धोखाधडी की

सूरत : लिंबायत में दंपत्ति ने स्कूल व नगर निगम में नौकरी का झांसा देकर 15.68 लाख की धोखाधडी की

सरकारी स्कूल में शिक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले को लिंबायत पुलिस ने गिरफ्तार किया

सूरत में एक दंपत्ति के खिलाफ ग्रान्टेड स्कूल और सूरत नगर निगम में नौकरी दिलाने की लालच देकर जरूरतमंद महिला सहित पांच लोगों से 15.68 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने की शिकायत लिंबायत पुलिस थाने में दर्ज  हुई है। जिसमें पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर पूरे मामले की गहनता से जांच शुरू की।

ग्रान्टेड स्कूल में 18 हजार वेतन के साथ नौकरी का झांसा दिया

सूरत के लिंबायत इलाके में रहने वाले जुनैद अहमद जमील अहमद खान ( उम्र 26) फिलहाल फाइनेंस एजेंसी में रिकवरी एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने लिंबायत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि 2018 में उनके चाचा के माध्यम से लिंबायत रतनचौक के पास चाईनीज लॉरी चालक हितेश ताराचंद पराते और उनकी पत्नी से उनका परिचय हुआ। मुलाकात के दौरान हितेश ने कहा कि डुमस रोड पीठावाला गर्ल्स हाई स्‍कूल में एक टीचर की वैकेंसी है और इस सरकारी स्‍कूल में मेरी अच्छी पहचान है। अगर आपको नौकरी चाहिए तो मुझे 2 लाख कैश दो तो मैं कोम्प्युटर टीचर के रुप में नौकरी दिलाता हु। शुरूआत में आपको 18 हजार रुपये का वेतन मिलेगा और पांच सालों के बाद पूर्ण वेतन का भुगतान किया जाएगा। नौकरी की लालच में जुनेद ने अपने डोक्युमेन्ट लारी पर जमा करवाए थे।

नौकरी दिलाने के बहाने 2 लाख रुपये हड़प लिए

फिर जनवरी 2019 के महीने में हितेश ने फोन किया और कहा कि मुझे आपकी नौकरी के लिए अग्रिम भुगतान के लिए  2 लाख रुपये तुरंत देनें होंगे। जुनैद ने तीन चार किस्तों में 2 लाख रुपये का भुगतान किया। ट्रिपल सी कम्यूटर उत्तीर्ण प्रमाण पत्र सर्टी पाने के लिए और अन्य 12 हजार लिए।  साल 2020 में जब वह नौकरी के बारे में पूछने गया तो उसने सरकारी काम धीमी गति से होने की बात कहते हुए समय बिताया और आश्वासन भी दिया कि कोरोना महामारी नोर्मल होने के बाद नौकरी दी जाएगी।

जब स्कूल में चेक करने गया तो पर्दाफाश हो गया

इसी बीच सितंबर 2020 में हितेश ने कहा कि आपको गांधीनगर से आरपीएडी का कॉल लेटर आएगा और उसका रसीद नंबर दिया। जुनेदे ने रसीद नंबर लेकर पोस्ट ऑफिस चेक किया तो कोई लेटर नहीं आया। वर्ष 2021 में पत्र प्राप्त करने का वादा किया था। अंत में जुनेद पीठीवाला स्कूल गए और उन्हें पता चला कि ऐसी कोई भर्ती की घोषणा नहीं की गई यह जानकर जुनेद हैरान रह गए।

नौकरी देने के बहाने पांच अलग-अलग लोगों से ठगी की

जुनैद खान को झांसा देकर 2.12 लाख रुपये की ठगी करने वाले दंपति ने विशाल भिवसन महाजन को भी पिठावाला स्कूल में चपरासी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5.40 लाख, गणेश महादेव बोकड़े को सूरत नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी का झांसा देकर 2.25 लाख और छाया साल्वे से रु. दो लाख तथा अकील अहमद उर्फ ​​सरफराज पठान से रु. 3.41 लाख की ठगी की है।  

बदमाश दंपत्ति ने नकली सिक्के और फर्जी नियुक्ति पत्र भी बनवाए

नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये हड़पने वाले पराते दंपत्ति ने नौकरी के इच्छुक लोगों को फंसाने के लिए गांधीनगर कार्यालय के सिग्नेचर-सिक्क के अलावा पद के आरपीएडी नंबर सहित फर्जी नियुक्ति पत्र और मेरिट सूची भी दी थी। 

रुपये मांगे तो सुसाईट की धमकी दी

परात दंपत्ति ने धमकी दी कि जो चाहो करो, तुम्हें एक पैसा वापस नहीं दिया जाएगा। अगर तुम हमारे पास पैसे मांगने आए तो हम सुसाइड नोट लिखकर मर जायेंगे कि तुम ब्याज के पैसे की मांग कर रहे हो। जुनेद ने लिंबायत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने दंपति के पति को गिरफ्तार कर लिया और मामले की गहन जांच की।

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