सीरिया : मलबे के नीचे दबी नन्हीं बच्ची ने बचाव कर्मियों से की गुहार, ‘मुझे यहाँ से निकालो, जिन्दगी भर गुलाम रहूंगी’, भर आई सबकी आंखे!

सीरिया : मलबे के नीचे दबी नन्हीं बच्ची ने बचाव कर्मियों से की गुहार, ‘मुझे यहाँ से निकालो, जिन्दगी भर गुलाम रहूंगी’,  भर आई सबकी आंखे!

भयानक भूकंप के कारण मलबे में ३६ घंटे दबे रहने के बाद भी जिंदा बचे भाई-बहन, खुद के बचाव के लिए बचावकर्मियों को देखकर जो बोली लड़की उसने सबको भावुक कर दिया

तुर्की और सीरिया इस समय एक बहुत बड़े प्राकृतिक त्रासदी से गुजर रहे हैं। यहाँ पिछले सोमवार को आए भयानक भूकंप में हजारों लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं। फिलहाल हालात इतने खराब हैं कि जहाँ इमारतें और ऑफिस हुआ करती थी, वहां हर तरफ मलबा ही मलबा नजर आ रहा है। अब भी एक के बाद एक लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं। दूसरी ओर बचाव कार्य भी जारी है। इन सबके बीच आज एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर हमारा दिल दहल जाएगा। सीरिया में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद ईश्वर का चमत्कार देखने को मिला है। इस भयंकर त्रासदी के कारण मलबे में दबने के 36 घंटे बाद भी एक भाई-बहन मलबे के नीचे जिंदा मिले। रेस्क्यू टीम ने उन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया।

भूकंप के 36 घंटे बाद एक लड़की और उसका भाई मलबे के नीचे जिंदा पाए गए

एक रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया के हरम शहर के पास बेसनया नाम का एक छोटे से गांव में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। बचाव दल जब इस गांव में बचाव कार्य के लिए पहुंचा तो भूकंप के 36 घंटे बाद टीम को मलबे में एक लड़की और उसके भाई जिंदा मिले। जब इस मासूम बच्ची ने इस रेस्क्यू टीम को देखा और दर्द भरे स्वर में कहा कि मुझे यहां से निकालो, तुम जो कहोगे मैं करूंगी, मैं जिंदगी भर के लिए तुम्हारी गुलाम बन जाउंगी। इस पर बचावकर्मियों की आंखें भर आईं। उन्होंने तुरंत ही लड़की और उसके भाई को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। लड़की ने कहा कि जब भूकंप आया तो वह अपने भाई के साथ बिस्तर पर सो रही थी।

सीरिया में पूरी तरह से ढह गईं 400 इमारतें 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की में अब तक 5,894 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 34,810 लोग घायल हुए हैं। वहीं, विद्रोहियों के कब्जे वाले सीरिया में अब तक 1,220 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि सीरिया में सरकार के नियंत्रण वाले इलाकों में 812 लोगों की मौत हुई है। तुर्की में आए भूकंप से करीब 6000 इमारतें तबाह हो गई हैं। सीरिया में जहां 400 इमारतें पूरी तरह नष्ट हो गईं, वहीं 1220 से ज्यादा इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।

WHO ने जताई है 20 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका 

डब्ल्यूएचओ ने तुर्की और सीरिया में मरने वालों की संख्या बढ़ने की भविष्यवाणी की है। WHO ने तुर्की और सीरिया में 20 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई है। इतना ही नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दोनों देशों में 2.3 करोड़ लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।