गुजरात : सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्य के समृद्ध वेटलैंड को उजागर करती प्रसिद्ध संगीतकार रूपकुमार राठोड़ द्वारा निर्मित फिल्म को किया लॉन्च

गुजरात : सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्य के समृद्ध वेटलैंड को उजागर करती प्रसिद्ध संगीतकार रूपकुमार राठोड़ द्वारा निर्मित फिल्म को किया लॉन्च

फिल्म में गुजरात के चारों रामसर स्थलों सहित कच्छ क्षेत्र में मेहमान बनने वाले प्रवासी पक्षियों और गुजरात के समृद्ध वेटलैंड का अद्भुत निरूपण

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को गांधीनगर में अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड डे के अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार रूपकुमार राठोड़ द्वारा निर्मित और गुजरात के समृद्ध वेटलैंड को उजागर करने वाली ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की थीम पर आधारित फिल्म को लॉन्च किया। रूपकुमार राठोड़ द्वारा स्वरबद्ध की गई यह फिल्म उनके ही संगीत से सजी है। इस अवसर पर वन मंत्री मूलुभाई बेरा और वन राज्य मंत्री श्री मुकेशभाई पटेल भी उपस्थित थे।

मेहमान बनने वाले प्रवासी पक्षियों तथा गुजरात के समृद्ध वेटलैंड को एक छोटी संगीतमय फिल्म में दर्शाया है

मुख्यमंत्री ने रूपकुमार राठोड़ को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात के चारों रामसर स्थल (अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि) और कच्छ के छारीढंढ जैसे क्षेत्र में मेहमान बनने वाले प्रवासी पक्षियों तथा गुजरात के समृद्ध वेटलैंड को एक छोटी संगीतमय फिल्म में दर्शाया है। श्री पटेल ने कहा कि प्रतिवर्ष गुजरात के मेहमान बनने वाले लाखों यायावर पक्षियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पक्षियों की आकर्षक तस्वीरें प्रस्तुत करती एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।

इस फिल्म में कजाकिस्तान, सऊदी अरब, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आने वाले पक्षियों को शामिल किया गया 

इस फिल्म में कजाकिस्तान, सऊदी अरब, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आने वाले पक्षियों को शामिल किया गया है, जो राज्य के छारीढंढ, थोल, नल सरोवर, कच्छ का छोटा रण और वढवाण जैसे वेटलैंड स्थलों पर नजर आते हैं। यह फिल्म पक्षीविदों और नागरिकों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी। उल्लेखनीय है कि पक्षी अपने अस्तित्व के समय से इस धरती के सभी कोनों में प्रवासी बनकर सफर करते रहे हैं और धरती, आकाश और जल क्षेत्र को अपना घर मानते हैं।

ये पक्षी ही उपनिषदों में लिखी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना को सार्थक करते हैं

ये पक्षी ही उपनिषदों में लिखी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना को सार्थक करते हैं। पक्षी धरती के हर छोर से भारत आने के लिए मध्य एशियाई उड़ान मार्ग का उपयोग करते हैं। ज्ञात हो कि भारत इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, तब जी20 के कुल 20 देशों में से प्रतिवर्ष 18 देशों के पक्षियों की लगभग 300 प्रजातियां गुजरात के वेटलैंड की मेहमान बनती हैं, जो भारत के लिए गर्व की बात है।

रूपकुमार राठोड़ का गुजरात के राष्ट्रीय उद्यानों के साथ अद्भुत नाता है

रूपकुमार राठोड़ एक उम्दा संगीतकार के साथ-साथ प्रकृति प्रेमी भी हैं और बेहतरीन वन्यजीव फोटोग्राफर भी हैं। गुजरात के राष्ट्रीय उद्यानों के साथ उनका अद्भुत नाता है। उन्होंने गुजरात के विभिन्न राष्ट्रीय उद्यानों में वन्यजीवों और पक्षियों की काफी तस्वीरें भी खींची हैं। प्रकृति के साथ जुड़ाव के कारण ही उन्होंने गुजरात के सरोवरों और पक्षियों के विषय में इस नवीनतम धुन की रचना की है।