सूरत : शहरवासियों पर लगाया 307 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स, नगर निगम ने पेश किया 7707 करोड़ का बजट का मसौदा
सूरत में केपीटल कार्यों के लिए 3519 करोड़ का प्रावधान, ड्राफ्ट बजट में कैपिटल वर्क पर जोर दिया गया
सूरत की नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने 2023-24 के लिए 7707 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे बड़ा मसौदा बजट पेश किया है। जिसमें सबसे ज्यादा खर्च पूंजीगत परियोजनाओं पर होगा। पुराने और नए निगमित क्षेत्रों के प्रदर्शन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सूरत नगर निगम द्वारा प्रस्तुत मसौदा बजट में आवासीय और गैर-आवासीय संपत्तियों पर कर बढ़ाने का प्रावधान दिया गया है। ड्राफ्ट बजट में शहरवासियों पर कुल 307 करोड़ का टैक्स लगाया जाएगा।
307 करोड़ अतिरिक्त टैक्स वसूला गया
नगर निगम ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 का 7200 करोड का बजट मंजुर किया था इस बार अतिरिक्त 507 करोड के साथ आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 के 7707 करोड का बजट का प्रस्ताव रखा है। इसके साथ ही शहरवासियों पर 307 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स लगाने का मसौदा बजट में प्रावधान मनपा आयुक्त द्वारा किया गया है। प्रति वर्ग मीटर आवासीय संपत्तियों की सामान्य कर दर केवल 4 रुपये प्रति वर्ग मीटर और गैर आवासीय संपत्तियों की सामान्य कर दर में प्रति वर्ग मीटर 10 रुपये बढ़ा दी गई है। नगर निगम द्वारा कई सालो के बाद संपत्ती कर में वृद्धि की गई है। सामान्य करों में अनुमानित वृद्धि रु.152.18 करोड़, उपयोगकर्ता शुल्क (युजर चार्जिस) में अनुमानित वृद्धि रु. 148.66 करोड़, पानी के मीटर शुल्क में रुपये 6 करोड़। सूरत शहर में इलेक्ट्रिक वाहन पॉलीसी-2012 के अंतर्गत इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए यांत्रिक परिवहन शुल्क में 75% छूट दी है।स्थायी समिति और जनरल बोर्ड अगर मनपा आयुक्त द्वारा सुचित अतिरिक्त टेक्स को मंजुर करती है तो शहरवासियों पर 1 अप्रैल 2023 से 307 करोड रुपये का करबोज का भार वहन करना होगा।

नव निगमित क्षेत्रों में विकास कार्य
नए क्षेत्रों के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए 824 करोड़ का प्रावधान किया गया है। नव निगमित क्षेत्र में पानी, सड़क व बिजली की सुविधा पर खर्च किया जाएगा। सूरत शहर के नए सीमांकित क्षेत्रों में अभी तक कोई बड़ी सुविधा का काम पूरा नहीं किया गया है लेकिन वर्ष 2023-24 में काम में तेजी लाने के लिए काम किया जाएगा।
पूंजीगत कार्यों पर सर्वाधिक व्यय
सूरत नगर निगम ने केपीटल प्रोजेक्टों पर 3519 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया है। केपीटल खर्च में सबसे बड़ा खर्च गरीबों को तेजी से सुविधाएं मुहैया कराने के लिए है। इंटेकवेल और फ्रेंचवेल जल्दी किया जाएगा। सूरत शहर में तीन नए पुलों का निर्माण किया गया है।
तीन नए पुलों के निर्माण का प्रावधान
वर्ष 2023-24 के बजट में तीन नए पुलों के निर्माण का प्रावधान किया गया है। एक पुल की लागत 60 करोड़ होगी जबकि अन्य 2 पुल नव निगमित क्षेत्र और शहर को जोड़ेंगे, जिस पर 40 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ बढ़ने की प्लानिंग
10 साल में शहर की आबादी दोगुनी हो गई है। जनसंख्या वृद्धि देश के किसी भी शहर में इतनी नहीं है। सूरत को वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ ले जाने की योजना है। गुजरात में अहमदाबाद के बाद सूरत नगर पालिका का सबसे बड़ा बजट है। नगर पालिका में नए गांवों को शामिल किया गया है। इसलिए इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत स्थापना के साथ बढ़ेगी।
100 करोड़ के "ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड" जारी किए जाएंगे
पिछले साल के मुकाबले इस बार विकास कार्यों में करीब 40 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। राजस्व व्यय को कम करने का प्रयास किया जाएगा। तरह-तरह के फैसले लेकर नई-नई योजनाएं शुरू की हैं। 100 करोड़ रुपये के ``ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड'' की योजना बनाई गई है। सूरत नगर निगम द्वारा पहली बार परामर्शी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। जिसके माध्यम से यह राज्य और देश की नगर पालिकाओं में नई परियोजनाओं पर मार्गदर्शन प्रदान करके आय उत्पन्न करेगा।
स्वास्थ्य और सेवाओं पर 550 करोड़ खर्च
शहरी स्वास्थ्य और सेवाओं पर 550 करोड़ खर्च किए जाएंगे। अगले साल 40 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र शुरू किए जाएंगे। 15 करोड़ रुपए की लागत से 10 नए शहरी स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। बुजुर्ग वंदना योजना का शुभारंभ किया जाएगा। जिसमें वरिष्ठ नागरिक के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी और स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा। अस्पताल में कैंसर रोगियों के लिए कीमोथेरेपी सुविधा स्थापित करने की योजना है।
30 आंगनबाड़ी केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जाएगा
हजीरा और पलसाना के उद्योगों को ट्रीटेड पानी की आपूर्ति की जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम के जरिए शुद्धिकरण किया जाएगा। महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योजना बनाई। जिसमें 30 आंगनबाड़ी केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। तीन करोड़ की लागत से 31 हजार बच्चों को फोर्टिफाइड फ्लेवर्ड दूध उपलब्ध कराया जाएगा। एक लाख महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और मुंह के कैंसर की जांच की जाएगी। चाइल्ड फ्रेंडली सिटी के लिए आंगनवाड़ी केंद्र लर्निंग डिसऑर्डर वाले बच्चों के लिए काम करेगा। जोन के हिसाब से शी-टॉयलेट और ब्रेस्ट फीडिंग सेंटर बनाए जाएंगे।
गुगल के साथ टाइअप किया जाएगा
डिजिटल गवर्नेंस को आगे बढ़ाया जाएगा। 318 कैमरों के साथ ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम विकसित किया जाएगा। व्हाट्सएप स्वचालित शिकायत पंजीकरण प्रणाली लागू की जाएगी। गूगल मैप्स पर जानकारी प्राप्त करने के लिए रोड क्लोजर और डायवर्जन की जानकारी गूगल के साथ टाइअप की जाएगी।
सूरत में 6 नए फायर स्टेशन बनेंगे
गुजरात में सूरत अग्निशमन वाहनों के ऑनबोर्ड ड्राइवर कंसोल के माध्यम से संचालन और सबसे छोटी जानकारी प्रदान करने वाला और ऑन-व्हीकल कैमरों के माध्यम से घटना स्थल की वास्तविक समय की निगरानी करने वाला गुजरात का पहला शहर होगा। सूरत शहर में राज्य के सबसे अधिक फायर स्टेशन होंगे। सूरत में 6 नए फायर स्टेशन बनेंगे। इसके साथ ही कुल 30 फायर स्टेशन हो जाएंगे। औद्योगिक नगरी होने के कारण यहां आग लगने की कई घटनाएं होती हैं, इस सुविधा को बढ़ाया गया है।
बजट की हाईलाईट्स
स्ट्रीट लाइट व अग्निशमन शुल्क दोगुना करने का सुझाव
मीटर से पानी की दरों में वृद्धि
सूरत नगर निगम नए साल में 7911 हाउसिंग यूनिट बनाएगा
स्मीमेर के लिए 89 करोड़ रुपये का प्रावधान
राजस्व आय 4540 करोड़ के विरूद्ध राजस्व व्यय 4188 करोड़
तापी शुध्दिकरण के लिए 93 करोड़ का प्रावधान
आवासीय संपत्ति कर में प्रति वर्ग मीटर 4 रुपये की वृद्धि
वाणिज्यिक संपत्ति कर में प्रति वर्ग मीटर 10 रुपये की वृद्धि
सामान्य करों में 152.18 करोड़ की अनुमानित वृद्धि
वाटर मीटर चार्ज में 6 करोड़ की बढ़ोतरी
यूजर चार्जेज में 148.66 करोड़ की अनुमानित बढ़ोतरी
सूरत सिटी इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2021 के तहत इस साल ट्रांसपोर्ट चार्ज में 75 फीसदी की राहत का ऐलान
स्वास्थ्य के लिए 550 करोड़ व्यय प्रावधान
सूरत में पहली बार 100 करोड़ की लागत से ग्रीन ब्रिज बनेगा
100 करोड़ रुपये की एक नई हरित नगरपालिका बांड योजना शुरू की गई
विकास कार्यों में गत वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत वृद्धि का सुझाव दिया गया है
3 नए पुलों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें से दो पुलों की कुल लागत 100 करोड़ रुपए आंकी गई है।