सूरत :  चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित 'ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग में सफलता का रोडमैप' पर सेमीनार

सूरत :  चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित 'ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग में सफलता का रोडमैप' पर सेमीनार

 उद्यमियों को ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से व्यवसाय कैसे विकसित किया जाए इसकी जानकारी दी

द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा ई-नॉलेज सीरीज के एक भाग के रूप में समृद्धि, नानपुरा, सूरत में 23 जनवरी, 2023 को शाम 6:00 बजे 'ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग में सफलता की रूपरेखा' पर एक सत्र आयोजित किया गया। जिसमें ई-कॉमर्स विशेषज्ञ संदीप कथीरिया एवं डिजिटल मार्केटिंग ट्रेनर फोरम मारफतिया ने विशेषज्ञ वक्ताओं के रूप में उद्यमियों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यवसाय विकसित करने के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन किया।

एसजीसीसीआई शिक्षा एवं कौशल विकास केंद्र के अध्यक्ष अमरीश भट्ट ने उद्यमियों को चेंबर की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। चेंबर ने एसजीसीसीआई एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट सेंटर के तत्वावधान में उद्यमियों, युवाओं और छात्रों को उद्योग का पूरा ज्ञान प्राप्त करने के लिए चलाए जा रहे शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने का भी अनुरोध किया।

स्पीकर संदीप कथीरिया ने कहा कि भारत की कुल आबादी का 40 फीसदी और अमेरिका के 26 करोड़ लोगों में से 84 फीसदी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इंटरनेट के माध्यम से ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग का कारोबार फलफूल रहा है। भारत में कैश ऑन डिलीवरी के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल शुरू हो गया था। हालांकि साल 2014 के बाद भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा और तभी से ई-कॉमर्स बढ़ने लगा। इस समय भारत में कुल 10 अरब डॉलर का कारोबार हो रहा है और इस कारोबार का 35 फीसदी हिस्सा फैशन उद्योग का है। अकेले सूरत में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पांच हजार से ज्यादा लोग अपने उत्पाद बेच रहे हैं।

स्पीकर फोरम मारफतिया ने कहा कि बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए खासकर उद्यमियों को मार्केटिंग, ट्रैकिंग एंड एनालिसिस और चेजिंग और रीटार्गेटिंग सीखना होगा। फिल्टर करके टारगेट बेस्ड डिजिटल मार्केटिंग करनी होती है। सिर्फ विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने से डिजिटल मार्केटिंग नहीं हो जाती। उसके लिए मानव मनोविज्ञान, लक्षित दर्शकों और व्यवसाय का ज्ञान होना चाहिए। डिजिटल मार्केटिंग के लिए कलर साइंस का ज्ञान होना चाहिए। इसी तरह टैग लाइन के बारे में भी जानना जरूरी है।

साथ ही उन्होंने कहा कि अब कारोबार में डीटीसी यानी डायरेक्ट टू कंज्यूमर का नया कॉन्सेप्ट आ गया है। जिसमें निर्माता डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से उत्पाद को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा प्रोडक्ट बेस्ड और सर्विस बेस्ड प्रमोशन के लिए भी डिजिटल मार्केटिंग जरूरी है। उद्यमियों को व्यवसाय की डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत एक या दो प्लेटफॉर्म से करनी चाहिए। उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग की ताकत के बारे में बताया।

इस सत्र में दोनों वक्ताओं ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अमेजन, फिल्पकार्ड, डेटुसी वेबसाइट/ऑनलाइन बिक्री, फेसबुक और इंस्टाग्राम लीड जनरेशन पर उद्यमियों को विभिन्न टिप्स भी दिए। चैंबर ऑफ कॉमर्स के एसजीसीसीआई एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट सेंटर ने सत्र के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दोनों वक्ताओं ने उद्यमियों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया और फिर सत्र का समापन हुआ।

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