सूरत : करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में तीन एजेंट धराए, फिल्में प्रोड्युस करते!

सूरत : करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में तीन एजेंट धराए, फिल्में प्रोड्युस करते!

सिर्फ 2 कंपनियों में 102 करोड़ का निवेश, 15 अन्य कंपनियों की जांच में 500 करोड़ के पार हो सकता है आंकड़ा

गुजराती, पंजाबी और मराठी फिल्मों के निर्माता प्रदीप उर्फ ​​मुन्ना शुक्ला समेत 7 के खिलाफ क्राइम ब्रांच में 65 लाख की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई है। इकोसेल ने इस अपराध में एक लड़की समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदीप की दो कंपनियां सेबी ने सीज की हैं जिसमें उन्होंने 102 करोड़ रुपए का निवेश किया था । 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये लोग कथित रूप से पोंजी स्कीम में पैसा लगाकर देश के लाखों लोगों से 100 करोड़ से अधिक की उगाही कर चुका है। शुक्ला की दो कंपनियां ट्रेडिंग कर रही थीं जिन्हें सेबी से  सर्टिफिकेट नहीं मिला। इसमें से सेबी ने 18 करोड़ जब्त कर लिए हैं, फिलहाल 9 करोड़ जारी कर दिए हैं और बाकी को सिक्योरिटी के तौर पर रख लिया है। मामला तब सामने आया जब सेबी ने कंपनियों को सीज कर दिया।

अगर जांच की जाए तो यह आंकड़ा 500 करोड़ से ज्यादा हो सकता है

एक कंपनी बंद होने पर प्रदीप दूसरी कंपनी शुरू करता था। इसी तरह 10 से 15 कंपनियां बना रखी थीं। अगर जांच की जाए तो यह आंकड़ा 500 करोड़ से ज्यादा हो सकता है। प्रदीप एक्सपोजर के लिए फिल्मों में पैसा लगाते थे। उन्होंने वेसु वीआईपी रोड पर एब्रोसिया बिजनेस हब में पदभार ग्रहण किया।

रुपए का लालच देकर ट्रेडिंग कंपनी का डायरेक्टर बना दिया

कर्मचारियों को पहले काम पर रखा और फिर रुपए का लालच देकर उन्हें ट्रेडिंग कंपनी का डायरेक्टर बना दिया। इस अपराध में फिल्म निर्माता प्रदीप उर्फ ​​मुन्ना शुक्ला विधाधर शुक्ला (निवास, जलाराम रो हाउस, बिल्लिमोरा), धनंजय भीखू बारड (निवास, अजोथा, वेरावल, सोमनाथ), देवेश सुरेंद्र तिवारी (निवास, नक्षत्र सॉलिटेयर, कैनाल रोड, पाल) व संदीप मनु पटेल आरोपी हैं। इस गिरोह के खिलाफ महाराष्ट्र में एक मामला भी दर्ज किया गया है और सभी सात लोग वहां वांछित हैं।

ट्रेडिंग के नाम पर लालची स्कीमें चलाईं

प्रदीप लुभावनी स्कीमें शुरू करने और ट्रेडिंग के नाम पर ऊंचा ब्याज देने के सपने दिखाता था। शुरुआत में निवेशकों को शुक्ला वेल्थ एडवाइजरी और शुक्ला वेल्थ क्रिएटर के जरिए लुभाया गया। रांदेर की एक महिला समेत 15 लोगों से 65 लाख की धोखाधड़ी की गई। जब मामला क्राइम ब्रांच तक पहुंचा तो इकोसेल ने कंपनी की महिला डायरेक्टर हैप्पी किशोर कनानी (27) (केवलधाम अपार्ट, पुणा, मूल, जामनगर), बिजनेस ऑफिसर विमल ईश्वर पंचाल (34) (गार्डन सिटी, अंकलेश्वर) और निदेशक मयूर घनश्याम नावडिया (31) (निवासी, ब्रह्मलोक रेजीडेंसी, डभोली, मूल निवासी, भावनगर) को गिरफ्तार किया गया है।

हैप्पी को डायरेक्टर बनाया गया है

पुना गांव की रहने वाली हैप्पी कानानी इसी कंपनी में काम करती थी और फिर उसे डायरेक्टर बना दिया। उसे कमीशन भी मिल रहा था। हैप्पी की बहन डॉक्टर हैं। हैप्पी आईटी की पढ़ाई कर रही है। वह फिलहाल 23 तारीख तक पुलिस रिमांड पर है। विमल पंचाल कंपनी के बिजनेस ऑफिसर थे और मयूर नावडिया डायरेक्टर थे। कार्यालय में आने वाले निवेशकों को योजना समझाना इतना ही नहीं, दोनों गुजरात को मैनेज कर रहे थे। दोनों 27 तारीख तक रिमांड पर हैं।

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