ये पाकिस्तानी भी अजीब जुगाडूं हैं; महंगाई के दौर में प्लास्टिक की थैलियों में भरवा रहे रसोई गैस!
आर्थिक संकट से जूझ रही आम जनता जान जोखिल में डालकर कर रही है ये काम
आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की स्थिति दिन-बी-दिन गंभीर होती जा रही है। यहाँ लोग सामान्य चीजों के मोहताज हैं। इस बीच जानकारी सामने आई है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के चरसड्डा जिले के एक इलाके में गरीब परिवारों को प्लास्टिक की थैलियों में रसोई गैस बेची जा रही है। प्राकृतिक गैस को प्लास्टिक की थैलियों में विशेष नलिका और वाल्व के साथ बेचा जा रहा है। ये दुकानें गैस पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ी हैं।
बहुत खतरनाक है ये काम
आपको बता दें कि यहां से लोग प्लास्टिक की थैली में गैस खरीदते हैं और छोटे इलेक्ट्रिक सक्शन पंप की मदद से इसका इस्तेमाल करते हैं। प्लास्टिक की थैली में गैस भरने के लिए कंप्रेसर की आवश्यकता होती है। मिली जानकारी के मुताबिक बैग में गैस एक घंटे तक रहती है. गैस की थैलियों में भरना और उनका उपयोग करना आम होता जा रहा है लेकिन यह बहुत खतरनाक है। भले ही प्लास्टिक की थैलियों में गैस भरने से विस्फोट की संभावना बनी रहती है, लेकिन जान जोखिम में डालकर गैस का काला कारोबार चल रहा है। गैस सिलेंडर महंगा होने के कारण लोग प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं।
एक गैस सिलेंडर की कीमत 5 हजार पाकिस्तानी रुपये
गौरतलब है कि एक गैस सिलेंडर की कीमत 5 हजार पाकिस्तानी रुपये होती है जिसे गरीब परिवार वहन नहीं कर सकते इसलिए उनके लिए इसे थैलों में भरकर गैस दिया जाता है। इन प्लास्टिक की थैलियों में मिलने वाली गैस 500 से 900 पाकिस्तानी रुपए में आती है। कंप्रेसर खरीदने का एक बार का खर्चा देना पड़ता है। वे तब प्लास्टिक की थैलियों को कंटेनर के रूप में उपयोग करते हैं। सिलेंडर महंगा होने पर लोगों ने यह करना शुरू किया है।