जिंदा लोगों को मृत बताकर करोड़ों का गबन करने वाला पकड़ाया, मौज-शौक पूरे करने करता था धोखाधड़ी
सेवीनी के कैवेलरी में यह घोटाला काफी समय से चर्चा में है, 279 जीवित लोगों को मृत दिखाकर 11 करोड़ 16 लाख का गबन
एमपी पुलिस ने 11 करोड़ रुपये से अधिक का गबन करने वाले एक फरार आरोपी को दबोचने में सफलता हासिल की है। गबन का यह मामला काफी चर्चा में रहा था। आरोपी ने तहसील में नजीर के पद पर रहते हुए जीवित लोगों को मृत बताकर करोड़ों रुपये का सरकारी सहायता घोटाला किया गया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ कर गबन की राशि बरामद करने का प्रयास किया है। आरोपी ने यह गबन अपने मजे को पूरा करने के लिए किया।
क्या कहा पुलिस ने
आपको बता दें कि इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक एसके मरावी ने बताया कि गबन का यह मामला सेविनी के कैवलरी थाना क्षेत्र का है। 11 करोड़ से अधिक के गबन मामले के मुख्य आरोपी सचिन दहायत को कैवेलरी पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी सचिन दहायत कवलारी तालुक में नजीर के छोटे से पद पर तैनात है। आरोपियों ने दुर्घटना में मौत होने पर योजना के तहत सरकार द्वारा दी जाने वाली मुआवजा राशि में से 11 करोड़ से अधिक का गबन कर लिया।
पुलिस कर रही है आरोपितों से रंगदारी की रकम वसूलने का प्रयास
मरावी ने कहा कि यह आरोपी जिंदा होने का झांसा देकर सरकारी धन का गबन कर रहा था और वर्षों पहले मरे लोगों के नाम पर मुआवजे के मामले बना रहा था। पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने मौज-मस्ती और मज़े की पूर्ति के लिए यह रंगदारी मांग रहा था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस आरोपितों से रंगदारी वसूलने का प्रयास कर रही है। इस गबन मामले में कई लोगों के शामिल होने की आशंका है।
279 जीवित लोगों को मृत दिखाकर 11 करोड़ 16 लाख का गबन किया गया
कैवेलरी में यह घोटाला काफी समय से चर्चा में है। इस घोटाले में 279 जीवित लोगों को मृत बताकर 11 करोड़ 16 लाख रुपये की उगाही की गयी। आरोपितों ने सरकारी योजना में झांसा देकर मोटी रकम का गबन कर सरकार के साथ धोखा किया। इस मामले में कैवलरी के तहसीलदार हरीश लालवानी के निर्देश पर सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी सचिन दहायत के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी फरार हो गया।