गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार बीएसएफ के ऊंट सवार दल में महिलाएं शामिल होंगी

गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार बीएसएफ के ऊंट सवार दल में महिलाएं शामिल होंगी

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी हो सकते हैं मुख्य अतिथि

गणतंत्र दिवस 2023 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी इस साल भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हो सकते हैं। साथ ही इस गणतंत्र दिवस पर पहली बार 2023 की परेड में बीएसएफ के ऊंट सवार दल में महिलाएं भी शामिल होने जा रही हैं। पहली बार सीमा सुरक्षा बल के ऊंट सवार दस्ते की महिला गार्ड पुरुषों के साथ परेड में हिस्सा लेंगी। बेहद खास शाही पोशाक में महिला गार्ड बीएसएफ के ऊंट की सवारी करने वाली टुकड़ी का हिस्सा होंगी।

बीएसएफ की प्रसिद्ध ऊंट टुकड़ी 1976 से गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा रही है और इस बार इसमें महिलाओं का शामिल होना एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा। महिला गार्डों की शाही पोशाक विशेष रूप से उनके पुरुष समकक्षों के साथ ऊंट की सवारी के लिए डिज़ाइन की गई है। महिला गार्ड की ड्रेस को मशहूर डिजाइनर राघवेंद्र राठौड़ ने डिजाइन किया है। महिला गार्डों के लिए डिजाइन की गई यह ड्रेस देश के कई कीमती शिल्प रूपों का प्रतिनिधित्व करती है। इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में बनाया जाता है और राघवेंद्र राठौर के जोधपुर स्टूडियो में इन-हाउस असेंबल किया जाता है।

बीएसएफ महिला गार्डों की शाही पोशाक के कपड़े में जरदोजी का काम भी शामिल है जो वाराणसी में हाथ से किया जाता है। शाही पोशाक में शामिल पगड़ी को राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। मेवाड़ में प्रतिष्ठा और सम्मान के प्रतीक के रूप में देखी जाने वाली पगड़ी राजस्थान के लोगों की सांस्कृतिक पोशाक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।