सूरत : महिला सीए के साथ धोखाधड़ी करने वाला जालसाज पकड़ा गया
सूरत साईबर क्राईम टीम ने बैंक फ्रोड मामले में एक और आरोपी को बंगाल से गिरफ्तार किया
शहर के सिटीलाईट क्षेत्र में रहने वाली महिला से ऑनलाईन बैंक फ्रोड मामले की साईबर क्राईम ब्रान्च में शिकायत दर्ज की गई थी। इस मामले में एक आरोपी को कर्णाटक से गिरफ्तार करने के बाद दूसरे आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया।
गूगल सर्च कर कस्टमर केयर के संपर्क में आने पर हुई धोखाधडी
सूरत के सिटीलाइट इलाके में रहने वाली 34 वर्षीय महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट है। 16 जुलाई को उसने नेट बैंकिंग के माध्यम से अपने पंजाब नेशनल बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की लेकिन किसी कारण से पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ। इसलिए उसने बैंक का कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च किया। गूगल पर मिले नंबर पर संपर्क करने पर सामाने वाले व्यक्ति ने बैंक के कस्टमर केयर प्रतिनिधि के रूप में अपनी पहचान बताई। उसने एक टैक्स मैसेज भेजा, जिसमें कहा गया कि डिटेल भरोगे तो पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे। इसलिए महिला ने अगले दिन आए मैसेज में लिंक खोलकर पंजाब नेशनल बैंक का एक पेज खोला और बैंक अकाउंट और डेबिट कार्ड की डिटेल भर दी। डिटेल भरने के बाद उनके बैंक खाते से 6.16 लाख रुपये निकाल लिए गए।
पुलिस ने एक और आरोपी को दबोचा
इस पूरे मामले में अपने साथ ठगी होने की बात जानकर साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करा दी। घटना की जांच कर रही सूरत साइबर क्राइम टीम ने इससे पहले 27 वर्षीय राजू उर्फ लालू सत्येश्वर मिश्रा को कर्नाटक राज्य के मौसूर शहर से गिरफ्तार किया था। इस घटना में पुलिस ने बैंक खाते में 1.63 लाख रुपये भी फ्रीज कर दिये। वहीं इस अपराध में शामिल एक और आरोपी को साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार किया है। राजेश कनई गोराई नामक आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पहले गिरफ्तार आरोपी से पैसे अपने बैंक खाते में ट्रांसफर किए थे। इस मामले में साइबर सेल ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की गहनता से जांच की है।