सूरत : चीन के कोरोना वेरियंट के चलते यार्न की तेजी को ब्रेक

सूरत : चीन के कोरोना वेरियंट के चलते यार्न की तेजी को ब्रेक

Ganpat-Bhansali

गत 20 दिसम्बर तक तो सूरत का सिंथेटिक यार्न बाजार तेजी के घोड़े पर सवार था व पिछले एक पखवाड़े में यार्न की कुछ किस्मों में 5 से 6 रु किलो का उछाल आया ही गया था लेकिन चाइना में नए कोरोना वेरियंट पनपने की दशहत व भारत मे प्रधानमंत्री द्वारा इस मुद्दे पर मीटिंग किए जाने व विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा विशेष कदम उठाए जाने की खबरों से यार्न बाजार में ‘लाओ, लाओ’ की राग मंद पड़ गई व ग्राहकी का उफान थम सा गया।

सूरत के अनेक आयातकों ने यार्न चीन निर्मित आर्ट सिल्क यार्न के सैकड़ों कन्टेनर खरीद रखे हैं व उस यार्न की डिलीवरी आने का इंतजार व्यापारी कर रहे हैं। पहले तो आयातित यार्न की बहुलता से यार्न बाजार कमजोर चल रहा था, लेकिन जैसे ही चीन के कोरोना पनपने की आशंका बढ़ी तो आयातित यार्न की आवक धीमी पड़ने लगी। अब भारत में कोरोना बढ़ने की आशंका बढ़ी तो यार्न की लेवाली को ब्रेक लग गया। कपड़े में भी लेवाली सर्वथा कमजोर ही चल रही थी, लेकिन स्थानीय स्पिनरों ने जब चीन में कोरोना पनपते देखा तो उन्हें चीन से सिंथेटिक यार्न की आपूर्ति बाधित होने की संभावना जताते हुए भारत मे निर्मित सिंथेटिक यार्न के भाव बढ़ाने प्रारम्भ कर दिया।

शुभ मार्केटिंग के सुरेन्द्र मरोठी के अनुसार पीओवाय में 3 रु प्रति किलो व एफ डी वाय में 5 से 6 रु प्रति किलो तक बढ़ोतरी नजर आई। बाजार सूत्रों की मानें यो कोरोना की आशंका अगर नहीं होती तो यार्न की तेजी और आगे बढ़ जाती व वीवर्स तथा स्टाकिस्ट यार्न का स्टॉक करने लग जाते। बहरहाल बाजार में एक बार तो ठंडापन पनप ही गया। आगे क्या हालात बनेंगे व बाजार का अंत कौनसी करवट बैठेगा यह तो समय ही बताएगा।