राजकोट : बाजार में कपास-मूंगफली की किल्लत, तेल के दाम बढ़े

राजकोट : बाजार में कपास-मूंगफली की किल्लत, तेल के दाम बढ़े

बढ़ते आयात के कारण मूंगफली तेल और बिनौला तेल की कीमतों में तेजी

खाद्य तेल बढ़ रहा है, क्योंकि पिछले 10 दिनों में मूंगफली का तेल 75 रुपये बढ़कर 2,725 रुपये प्रति डिब्बा हो गया है, जबकि बिनौला तेल 50 रुपये बढ़कर 2,725 रुपये प्रति डिब्बा हो गया है। पाम तेल की कीमत 50 रुपये बढ़कर 2,470 रुपये प्रति डिब्ो हो गई है। मूंगफली तेल और बिनौला तेल की कीमतों में तेजी का एकमात्र कारण बाजार में कपास और मूंगफली की कमी है।
सौराष्ट्र ऑयल मिल्स एसोसिएशन के अग्रणी के अनुसार पिछले 10 दिनों में मूंगफली तेल, बिनौला तेल और आयातित तेल में उछाल आया है। मूंगफली का तेल 2650 रुपये से बढ़कर 2725 रुपये हो गया है। बिनौला तेल की कीमत भी 2,725 रुपये के बराबर है, जो 50 रुपये की वृद्धि है। दोनों की समान कीमत का एकमात्र कारण यह है कि आयात में तेजी आई है। इसके अलावा सौराष्ट्र में मूंगफली की आय और पेराई भी कम है। मूंगफली नहीं मिलने के कारण मिलें बंद हैं। वहीं दूसरी ओर मूंगफली तेल की मांग में गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि अगले मानसून तक दो महीने शेष हैं, किसान भी मूंगफली के बीज खरीदने के लिए बाजार जाने लगे हैं, इसलिए सरकार से विशेष रूप से अनुरोध है कि हर उस किसान को मूंगफली जित कीमत पर ख्रीदी है उसी कीमत पर इसे बीज  दी जाए। वर्तमान में अनुमान है कि पिछले सीजन की तुलना में अगले सीजन में केवल 50 फीसदी मूंगफली की बुवाई होगी। यदि कपास की वर्तमान कीमत बहुत अधिक है, तो किसान मूंगफली की बुवाई कम कर देंगे और कपास की बुवाई बढ़ा देंगे। सरकार द्वारा किसानों को मूंगफली बीज के रूप में दी जानी चाहिए। वर्तमान में किसान मंडी प्रांगण में बीज के लिए 1300 से 1350 रुपये प्रति मूंगफली का भुगतान करते हैं। इसलिए इसकी पेराई कम है, जिससे तेजी देखने को मिल रही है।
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