अहमदाबाद : युवाधन को नशे में धकेलने का षड़यंत्र, पान के गल्लों से भारी मात्रा में ई-सिगरेट किया जब्त

शहर में कई जगहों पर ई-सिगरेट की बिक्री हो रही है

अहमदाबाद में पुलिस ने नशा कर युवाओं को बर्बाद करने वाले हुक्का बारों पर कार्रवाई शुरु किया है। हालांकि अब धीरे-धीरे युवाओं में ई-सिगरेट का प्रचलन बढ़ रहा है। अहमदाबाद एसओजी ने अलग-अलग पान के गल्लों से भारी मात्रा में प्रतिबंधित ई-सिगरेट जब्त की है। शहर में कई जगहों पर ई-सिगरेट की बिक्री हो रही है। पुलिस ने ऐसे पान के गल्लों पर छापा मारकर प्रतिबंधित ई-सिगरेट की मात्रा को जब्त कर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

सरदारनगर से दो आरोपी ई-सिगरेट बेचने के आरोप में गिरफ्तार


पुलिस ने ऐसे नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है जो युवाओं को बर्बाद कर रहे हैं। जिसमें आरोपी संयम मरडिया और अजय नोटवानी नाम के दो आरोपियों को अपनी पान की दुकान में ई-सिगरेट बेच रहा था। इन दोनों आरोपियों के पान के गल्ले से लोगों को ई-सिगरेट दो हजार से पांच हजार रुपये में मिलता था। सूचना के आधार पर एसओजी ने मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। सूचना मिलने पर एसओजी ने चांदखेड़ा में क्रिजी टाउन पान पार्लर और जूस वर्ल्ड की दुकान पर छापा मारा और वहां अलग-अलग फ्लेवर की ई-सिगरेट, लिक्विड निकोटीन रिफिल और संबंधित डिवाइस, अलग-अलग कंपनियों के इलेक्ट्रिक रिफिल मिले। इन सभी वस्तुओं के प्रतिबंधित होने सेएसओजी ने संयम मरडिया और अजय नोटवानी को गिरफ्तार कर चांदखेड़ा पुलिस को सौंप दिया।

ई-सिगरेट में तरल निकोटीन का स्वाद होता है


जब एसओजी ने ई-सिगरेट की बिक्री और खरीद नेटवर्क की जांच की तो चांदखेड़ा में ई-सिगरेट का कारोबार फलफूल रहा था। गिरफ्तार आरोपी संयम मरडिया और अजय नोटवानी सरदारनगर के रहने वाले हैं। इस आरोपी की जांच में मुंबई के रहने वाले वसीम नाम के शख्स का नाम सामने आया है। 
महत्वपूर्ण रूप से, ई-सिगरेट में तरल निकोटीन का स्वाद होता है, और सभी रिचार्जेबल इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का उपयोग हुक्का की तरह किया जाता है। हालांकि भारत में इन सभी चीजों पर प्रतिबंध है, लेकिन ड्रग डीलर इसका व्यापार कर युवाओं को बर्बाद कर रहे हैं। चांदखेड़ा पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निषेध अधिनियम 2019 की धारा 7, 8 के तहत अपराध दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी कब से ई-सिगरेट का धंधा कर रहे थे और इसमें वसीम के अलावा मुंबई का कोई अन्य शख्स भी शामिल है या नहीं, इसकी जांच शुरू हो गई है।

 ई-सिगरेट की बिक्री में मुंबई कनेक्शन सामने आया 


पहले पीसीबी ने रेड किया, बाद में डीआरआई ने केस दर्ज कराया और फिर एसओजी ने इसे फिर से अंजाम दिया। यह भी आशंका है कि मुंबई के वसीम नाम के शख्स ने कई व्यापारियों को सामान दिया है। अब ई-सिगरेट में मुंबई कनेक्शन का पता चलने पर पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास शुरु किया है।
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