अहमदाबाद : नाबालिग प्रेमिका को मार कर नहर में फैंकने वाला शादीशुदा प्रेमी एक साल बाद पकड़ा गया

नाबालिक प्रेमिका के ब्लैकमेलिंग से परेशान हो कर आरोपी ने उठाया ये गलत कदम

अहमदाबाद के कलोल के चतराल से एक साल पहले हुए नाबालिक बच्ची के अपहरण ने एक नया मोड़ ले लिया है। इस मामले में सनसनीखेज विवरण सामने आया है कि नाबालिक का उसके विवाहित प्रेमी ने एक दोस्त के साथ मिलकर अपहरण कर उसकी हत्या कर पास की नर्मदा नहर में फेंक दिया था। इस मामले में गांधीनगर एसओजी ने नाबालिक युवती के प्रेमी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पता चला कि युवती के ब्लैकमेलिंग से परेशान होने के कारण यह जघन्य कृत्य किया। मृतक नाबालिक आरोपी को ब्लैकमेल कर पैसे मांग रही थी। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
आपको बता दें कि पिछले मार्च में कलोल तालुका पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि अहमदाबाद जिले के एक गांव की रहने वाली एक नाबालिक बच्ची का कलोल तालुका में चतराल के पास अपहरण कर लिया गया था। इस मामले में गांधीनगर पुलिस अपनी जाँच कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस को नरोदा के जय उर्फ जयकिशन उर्फ जैकी मनोज चौहान पर शक हुआ। जाँच में आगे पता चला कि युवती का उसके साथ अफेयर था। इसलिए पुलिस ने जय उर्फ जयकिशन चौहान पर नजर रखी।
उल्लेखनीय है कि जय किशन चौहान जामनगर जिले के थावरिया गांव के रहने वाले हैं। वह मुंबई में मोबाइल फोन के कारोबार में कथित रूप से शामिल था, जिसके बाद पुलिस ने मुंबई में जांच की। जहां पुलिस को खबर मिली कि जय किशन अपनी बहन के घर अक्सर आता-जाता रहता था। इस खास जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर सचिन पवार ने एक टीम मुंबई भेजी। जय किशन पहले कई गंभीर अपराधों में शामिल था और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद ली थी। इस बीच एसओजी टीम जयप्रकाश को मुंबई से गांधीनगर लेकर आई। जहां उससे पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई।
इस मामले में एसओजी पीआई सचिन पवार ने बताया कि गिरफ्तार जय उर्फ जयकिशन चौहान और युवती के बीच प्रेम प्रसंग था। जय किशन की शादी हो चुकी है। युवती से उसकी मुलाकात उसकी पत्नी की बहन के जरिए हुई थी। दोनों के प्यार में पड़ने के बाद युवती ने जय को उसकी पत्नी को सब बताने की धमकी देते हुए पैसे की मांग की। ब्लैकमेलिंग सीमा से बाहर होने के बाद जय ने छुटकारा पाने का फैसला किया। इसके लिए उसने मुंबई के वसई के नालासोपारा में रहने वाले और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के मूल निवासी मनोज जायसवाल की मदद ली। जय चौहान ने साजिश के तहत युवती चतराल को बुलाया था। जहां से उसके अपहरण की सूचना मिली थी। हालांकि अपहरण के बाद जय किशन उसे चार पहिया वाहन में एक नहर के पास में ले गया। जहां उसने अपनी प्रेमिका को नहर में फेंक कर हत्या कर दी और फरार हो गया। जय किशन पर गांधीनगर, महाराष्ट्र, अहमदाबाद समेत विभिन्न जगहों पर सात गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें आर्म्स एक्ट, नशे और हनीट्रैप शामिल हैं।
गौरतलब है कि जय उर्फ जयकिशन चौहान ने युवती की हत्या करने के बाद यह दिखाने की कोशिश की कि युवती जीवित है और इसके लिए वह घटना के बाद युवती के नाम से अपने परिवार वालों को इंटरनेट मीडिया के जरिए डमी सिम कार्ड और इंस्ट्रूमेंट के जरिए मैसेज करता था। जिससे शुरू में माना जा रहा था कि युवती का अपहरण ही किया गया है। हालांकि बाद में युवती का शव मिल गया और पूरा मामला हत्या का निकला।