अहमदाबाद : दहेज उत्पीड़न से त्रस्त महिला मायके रहने लगी, लेकिन जब पति नन्हें बेटे को ले गया तो मां एक्शन में आई!

अहमदाबाद : दहेज उत्पीड़न से त्रस्त महिला मायके रहने लगी, लेकिन जब पति नन्हें बेटे को ले गया तो मां एक्शन में आई!

समाज में दहेज उत्पीड़न के मामले सदियों से देखे जाते रहे हैं और आज 21वीं सदी में भी इस कूप्रथा के रूकने के संकेत नहीं मिल रहे। इस सामाजिक समस्या का एक दूसरा पहलू यह है कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिये आज जागरूक हुई हैं, लेकिन फिर भी पारिवारिक उत्पीड़न के सामने मौन रहने के किस्से भी सामने आते रहते हैं। 
एक ऐसा ही मामला गुजरात के अहमदाबाद में प्रकाश में आया है। मामला शहर के जुहापुरा इलाके का है जहां एक 23 वर्षीय परिणिता ने महिला वेस्ट पुलिस स्टेशन में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जिन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है उनमें महिला का पति, सास-ससुर और मौसा-ससुर शामिल हैं। 
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसकी शादी 2017 में शहर के चिलोड़ा इलाके में रहने वाले एक युवक से हुई थी। शादी के बाद साल भर तक ससुराल वालों ने परिणिता को अच्छे से रखा। लेकिन उसके बाद पति, सास-ससुर ने युवती को प्रताड़ित करना शुरु कर दिया और उस पर शारीरिक और मानसिक यातनाएं गुजारने लगे। युवती के अनुसार जब वह बर्तन मांजनें बैठती तो उसकी सास उसे कमर पर लात मारती। पति उसे कहता कि उसे कामवाली के तौर पर ही घर में लाया गया है और कई बार उसकी पिटाई भी करता था। युवती ने त्रस्त होकर मामले की सूचना अपने मौसा-ससुर को दी तो उन्होंने भी मदद करने की बजाय ससुराल वालों का ही पक्ष लिया। 
प्रतिकात्मक तस्वीर
महिला ने शिकायत में कहा कि जब उसका पति अपने ससुराल गया तो वहां उसने ससुर द्वारा लगाया गया एयर कंडीशन देखा। घर आकर उसने पत्नी पर पिहर से एसी दिलवाने का दबाव देना शुरु कर दिया। इतना ही नहीं ससुराल पक्ष ने गांव में मकान के लिये पिहर से दस लाख रूपये लाने की भी मांग की। 
बताया गया है कि पिछले दो महिने से परिणिता ससुराल वालों की यातनाओं से त्रस्त होकर पिहर चली गई थी। यहां पति एक बार आया और बेटे को खेलने ले जाने के लिये साथ ले गया और फिर लौटा ही नहीं। बेटे को हाथ से जाता देख मां का सब्र का बांध टूटा और उसने ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।