कोरोना गाइडलाइंस के बीच समाप्त हुई भगवान जगन्नाथ की जल यात्रा

कोरोना गाइडलाइंस के बीच समाप्त हुई भगवान जगन्नाथ की जल यात्रा

उप मुख्यमंत्री और गृहराज्य मंत्री भी रहे शामिल, रथयात्रा में लिया जाएगा निर्णय

लंबे इंतजार और ढेर सारे रहस्य के बीच अहमदाबाद में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की 144 वी जल यात्रा आज पूर्ण हुई। जमालपुर जगदीश मंदिर से निकलने वाली इस जल यात्रा में गजराज तथा ध्वज पताका के साथ साबरमती नदी तक जुलूस निकाला गया। जिसमें मंदिर के महंत दिलीप दास जी के साथ ही उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल तथा गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा भी शामिल हुए।
जलयात्रा की विधि के अनुसार, साबरमती सोमनाथ के किनारे गंगा पूजन किया गया, जहां से जल यात्रा शुरू हुई। पांच कलश में जल भरकर मंदिर लाया गया और उसी से भगवान जगन्नाथ का जलाभिषेक किया गया। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, महंत दिलीप दास जी तथा ट्रस्टी महेंद्र झा ने साबरमती नदी में से जल कलश में लेकर भरा था। इस प्रसंग के उपलक्ष में नितिन पटेल ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर के जल यात्रा का अनोखा महत्व है। नितिन पटेल ने कहा की कोरोना की सभी गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुये पूरी जलयात्रा पूर्ण की गई थी। इसके अलावा सरकार के सहयोग से रथयात्रा के बारे में निर्णय लिया जाएगा ऐसा कहा। 
(Photo credit : sandesh.com)

बता दें की इसके पहले जल यात्रा के लिए शहर पुलिस के आदेश अनुसार, 5 हाथी तथा 5 कलश के साथ ही जगदीश मंदिर के कुल 50 स्टाफ उपस्थित रहे। जल यात्रा का जुलूस साबरमती नदी के जमाल घाट पर पहुंचा और वहां से पांच कलश भर जुलूस को वापस मंदिर लाया गया। जहां मंदिर के ट्रस्टी ने भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम तथा बहन सुभद्रा के रथ पर जल से अभिषेक किया। इसी के साथ रथयात्रा के पूर्व की यह विधि पूर्ण हुई। 
बता दे की पिछले कई समय से कोरोना के केसों को देखते हुये रथयात्रा होगी या नहीं इसके बारे में विचार किया जा रहा था। आरोग्य विशेषज्ञों के अनुसार, रथयात्रा आयोजित नहीं करनी चाहिए। जिसके बाद पुलिस तथा प्रशासन द्वारा मर्यादित संख्या में जलयात्रा निकालने की अनुमति मिली थी। 

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