किराने की दुकान चलाने वाले पिता के पुत्र का हुआ अंडर-19 वर्ल्डकप की टीम में चयन

किराने की दुकान चलाने वाले पिता के पुत्र का हुआ अंडर-19 वर्ल्डकप की टीम में चयन

सिद्धार्थ के पिता का भी था भारतीय टीम की और से खेलने का था सपना, पर नेट बॉलर के आगे नहीं बढ़ पाये; क्रिकेट छोड़कर शुरू की किराने की दुकान और बेटे को क्रिकेटर बनाने पर दिया ध्यान

वेस्टइंडीज में आने वाले महीने से शुरू हो रहे अंडर-19 वर्ल्डकप टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट में भारत की और से उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद स्थित कोटगांम में किराने की दुकान चलाने वाले एक दुकानदार के बेटे का भी चयन किया गया है। अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम का चयन होने के बाद से ही गाजियाबाद के साधारण दुकानदार सिद्धार्थ यादव के नाम की काफी चर्चा हो रही है। सिद्धार्थ यादव को 14 जनवरी से शुरू हो रही वर्ल्डकप की टीम के लिए उनका चयन किया गया है।
दुकानदार श्रवण यादव भी पहले भारतीय टीम में खेलने का सपना रखते थे, हालांकि वह टीम के लिए नेट बॉलर से अधिक आगे नहीं बढ़ पाये। इसके चलते उन्होंने अपने बेटे को भी क्रिकेटर बनाने का सपना देखा। श्रवण ने क्रिकेट छोड़कर किराने की दुकान खोली और अपने पुत्र को क्रिकेटर बनाने के लिए संघर्ष शुरू किया। श्रवण बताते है की वह हर दिन दोपहर को दो से शाम के छह बजे तक अपनी दुकान बंद रखते थे और अपने बेटे को क्रिकेट की प्रेक्टिस के लिए ले जाते थे। श्रवण यादव ने बताया कि एक क्रिकेटर के तौर पर सिद्धार्थ कि सफर आठ साल कि उम्र में शुरू हुई थी। 
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