All-rounder @krunalpandya24 set a new record in his debut ODI match by scoring a half century off just 26 balls.https://t.co/YdbE2lYbsO
— Twitter Moments India (@MomentsIndia) March 23, 2021
रिकॉर्ड अर्धशतक के बाद भावुक हुए क्रुणाल
मैच के बाद क्रुणाल काफी गमगीन नजर आए। वह ठीक से बोल नहीं पा रहे थे। क्रुणाल ने कहा कि वह यह पारी अपने मरहूम पिता को समर्पित करना चाहते हैं।
पुणे, 23 मार्च (आईएएनएस)| वनडे क्रिकेट में डेब्यू मैच में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बने क्रुणाल पांड्या अपनी रिकॉर्ड पारी के बाद भावुक हो गए। क्रुणाल ने यहां के महाराष्ट्र क्रिकेट संघ मैद क्रुणाल पर इंग्लैंड के साथ खेले गए पहले वनडे मुकाबले में डेब्यू करते हुए 26 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया।
पहले मैच में ही लगाया शानदार अर्धशतक
क्रुणाल अपने करियर की पहली पारी में 31 गेंदों पर सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 58 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी इस पारी के दौरान क्रुणाल ने लोकेश राहुल (नाबाद 62) के साथ छठे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 112 रनों की साझेदारी की। क्रुणाल भारत के लिए वनडे डेब्यू करते हुए अर्धशतक लगाने वाले 15वें बल्लेबाज बन गए हैं। क्रुणाल ने न्यूजीलैंड के जॉन मौरिस का रिकार्ड तोड़ा, जिन्होंने 1990 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करते हुए 35 गेंदों पर अर्धशतक लगाया था। मैच के बाद क्रुणाल काफी गमगीन नजर आए। वह ठीक से बोल नहीं पा रहे थे। क्रुणाल ने कहा कि वह यह पारी अपने मरहूम पिता को समर्पित करना चाहते हैं। उनकी पारी के बारे पूछे जाने के दौरान वह अपने दिवंगत पिता को याद करते हुए भावुक हो उठे। 30 वर्षीय बल्लेबाज किसी सवाल का जवाब नहीं दे पाए और अपने आंसू पोंछने लगे।
गत वर्ष हो गया था हार्दिक और कुनाल के पिता का निधन
क्रुणाल भारत के लिए खेलने वाले एक अन्य ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के भाई हैं। हार्दिक और क्रुणाल के पिता का गत 16 दिसंबर को 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। जिस वक्त उनके पिता का निधन हुआ, क्रुणाल उस समय सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में खेल रहे थे और बड़ौदा टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
क्रुणाल से पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के पिता का भी नवंबर में निधन हुआ था। सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे क्योंकि आईपीएल के बाद उन्हें यूएई से सीधे ऑस्ट्रेलिया रवाना होना था। सिराज सात जनवरी को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान राष्ट्र गान बजने के वक्त भावनाओं को काबू नहीं पा सके थे। सिराज ने बाद में बताया था कि उन्हें अपने पिता की याद आ गई थी और वह अपने आंसू नहीं रोक पाए थे।