युक्रेन के वनों में मिल रहे शवों का ढेर, लाशें बयान कर रही हैं दर्द की कहानी

युक्रेन के वनों में मिल रहे शवों का ढेर, लाशें बयान कर रही हैं दर्द की कहानी

युक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाके में बुका शहर के समीप जंगल से एक और सामूहिक कब्र मिली, कई मृतकों के हाथ उनकी कमर के पीछे बंधे मिले

रूस और युक्रेन के बीच बीते सौ दिनों से भी अधिक समय से युद्ध चालू है. इस युद्ध में ना ही रूस पीछे हटने को तैयार है और न ही युक्रेन हार मानने को! ऐसे में युक्रेन को रोज रूस की ओर से हमलों का सामना करना पड़ रहा है. इन हमलों ने रूस की दशा-दिशा पूरी तरह बदल कर रख दी है. कभी चीड़ के पेड़ों की सुंदरता और पक्षियों के चहचहाने के लिए पहचाने जाने वाले यूक्रेन अब लाशों का ढेर बन चुका हैं। हाल ही में युक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाके में बुका शहर के समीप जंगल से एक और सामूहिक कब्र मिली है। इस कब्र में से मिली लाशों में कई मृतकों के हाथ उनकी कमर के पीछे बंधे मिले हैं। इन कब्रों को खोदने का काम इसलिए हो रहा क्योंकि यूक्रेन के पुलिस प्रमुख ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकारियों ने 24 फरवरी को रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से 12,000 से अधिक लोगों की हत्याओं की आपराधिक जांच शुरू की है।
शवों के बारे में कीव क्षेत्रीय पुलिस के प्रमुख एंड्री नेबीतोव ने कहा, "घुटनों पर गोलियों के निशान हमें बताते हैं कि लोगों को कितना प्रताड़ित किया गया। टेप से पीठ पर बांधे गए हाथ बताते हैं कि लोगों को लंबे वक्त तक बंधक बनाकर रखा गया और शत्रु सेना ने उनसे कोई भी सूचना निकालने का प्रयास किया।"
जानकारी के अनुसार मार्च के बाद से ऐसे अन्य सामूहिक कब्रों में 1,316 लोगों के शव बरामद किए हैं। बुका में सामूहिक कब्रें मिलने के बाद दुनियाभर में तीखी प्रतिक्रिया देखी गई थी। रूस के कब्जे वाले दक्षिणी यूक्रेन क्षेत्र में अधिकारियों ने शहर के उन निवासियों को अनुरोध पर रूसी पासपोर्ट जारी करना शुरू कर दिया। रूस देश के कब्जे वाले हिस्सों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।