यूक्रेन से सटी पोलेंड की सीमा पर लोगों को आसरा दे रहा ये गुजराती युवक, रहने-खाने की व्यवस्था कर रहा!

यूक्रेन से सटी पोलेंड की सीमा पर लोगों को आसरा दे रहा ये गुजराती युवक, रहने-खाने की व्यवस्था कर रहा!

फूड डिलिवरी बिजनेस के साथ जुड़े हुये गृहांग ने जरूरतमंद भारतीयों को खाना और रहने की सुविधा मुहैया करवाने का दिया भरोसा

रूस और यूक्रेन के बीच युद्द को आज एक सप्ताह हो चुका है और अभी भी इस जंग का कोई नतीजा नहीं आया है। जहां एक और रूस की सेना द्वारा लगातार हमले किए जा रहे है, वहीं दूसरी और यूक्रेनी सेना भी हार मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे अन्य देशों के कई नागरिकों के लिए सबसे बड़ी परेशानी सामने आई है। जिसमें कई भारतीय नागरिक भी है। इन सबके बीच भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों और छात्रों को वापिस लाने के लिए मिशन गंगा के तहत लगातार प्रयास किए जा रहे है।
हर कोई यूक्रेन की राजधानी कीव से निकल कर सलामत आसरा ढूंढ रहा है। जिसके चलते अधिकतर लोग पोलेंड की सरहद पर फंसे हुये है। भारतीय दूतावास ने भी जल्द से जल्द राजधानी कीव को खाली करने के आदेश जारी कर दिये है। इस बीच पोलेंड सरहद पर फंसे भारतीय नागरिकों के लिए एक भारतीय युवक आगे आया है। गृहांग पटेल नामक इस युवक ने पोलेंड की सरहद पर फंसे अपने सभी हमवतनों को उससे होने वाली सभी मदद मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है। इसके लिए उसने अपना मोबाइल नंबर +48729663296 भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
गृहांग ने सोशल मीडिया पर एक मैसेज शेयर करते हुये कहा कि किसी भी भारतीय को कोई भी जरूरत हो तो वह उसका संपर्क कर सकता है। उनके खाने-पीने से लेकर वह सभी जरूरी सुविधा पूर्ण करेगा। बता दें कि गृहांग पोलेंड में एक फूड डिलीवर बिजनेस के साथ जुड़ा हुआ है।