चीन के वैज्ञानिकों को मिले 28 नए वायरस, पिछले 15 हजार सालों से ग्लेशियर में जमे हुये थे

अन्य ग्रहों पर जीवन ढूँढने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक का इस्तेमाल कर के ढूँढे गए नए वायरस, मिल सकते है कई सवालों के जवाब

दुनिया में आज भी कई रहस्य छिपे हुये है। हमारे आसपास दिखने वाली सामन्या चीजों में भी कई रहस्य छिपे होते है। जो की मनुष्य की पहुँच से काफी दूर है। कुछ ऐसा ही चीन में सामने आया है। जहां वैज्ञानिकों को एक बड़े से ग्लेशियर में से 33 वायरस के जीनेटिक कोड मिले थे। इनमें से 28 वायरस ऐसे थे जो की आजतक कभी भी नहीं देखे गए थे। 
यह सभी वायरस 15 हजार से भी अधिक पुराने माने जा रहे है और बर्फ के पहाड़ों में ढंके होने के कारण अब तक जमे हुये है। वायरस के जीनेटिक कोड के मिलने से वैज्ञानिकों को आशा है की ऐसी ही खोज अन्य जगहों पर भी हो सकती है। इन खोजों से अन्य ग्रहों पर जीवन की खोज में भी सहायता मिल सकेगी। रिसर्च में सहायक और ओहायो के माइक्रोबायोम सेंटर के निर्देशक मेथ्यु ने कहा कि यह वाइरस काफी मुश्किल परिस्थिति में भी जीवित रह सकते है। 
इन वायरस के अंदर ऐसे जींस हो सकते है जो कि उन्हें अधिक जीवित रहते में सहायक करते है। हालांकि बर्फ में से निकालने के बाद इन जींस पर काफी सावधानियाँ रखनी पड़ती है। स्टडी के लीड रिसर्चर झी-पिंग झोंग का कहना है कि यह ग्लेशियर धीरे-धीरे बना था और इसपर धूल, गेस और वायरस इकट्ठा हो गया। यह वायरस बेकटेरिया को भी इंफेक्ट कर सकता है। इन वायरस को ढूँढने के लिए उसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिसका इस्तेमाल मंगल ग्रह या अन्य ग्रहों पर जीवन ढूँढने के लिए किया जाता है।
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