अब आल्कोहोल सूंघने मात्र से मिल सकेगा कोरोना से छुटकारा, अमेरिका के वैज्ञानिकों ने किया अनोखा प्रयोग

अब आल्कोहोल सूंघने मात्र से मिल सकेगा कोरोना से छुटकारा, अमेरिका के वैज्ञानिकों ने किया अनोखा प्रयोग

अब तक के तीन फेज का आ चुका है उत्साहवर्धक परिणाम

दुनिया भर में फैली हुई कोरोना वायरस को काबू में लेने के लिए सभी देश मिलकर विभिन्न प्रकार के उपाय आजमा रहे है। फिलहाल भारत सहित दुनिया भर में टीकाकरण अभियान चल रहा है, जिससे की अधिक से अधिक लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। इसके अलावा सरकार द्वारा लगातार लोगों को मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। वैज्ञानिकों द्वारा भी कोरोना की पहली लहर के दौरान से ही आल्कोहोल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। हालांकि अमेरिका में हुये एक नए संशोधन के अनुसार, मात्र आल्कोहोल सूंघने से ही कोरोना वायरस के छुटकारा मिल सकेगा। 
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में एक ऐसा प्रयोग किया जा रहा है, जिसके तहत मात्र आल्कोहोल स्टीम लेने से यानि की आल्कोहोल को सूंघने से कोरोना का इलाज किया जा सकेगा। अब तक इस प्रयोग के तीन फेज के परिणाम आ चुके है। जिससे की वैज्ञानिक भी काफी उत्साहित है। अब तक हुये परीक्षणों में मात्र कुछ ही समय में मरीजों को काफी आराम देखने मिला है। 
वैसे तो यह पद्धति काफी पुरानी है। पर फेफड़ों में इन्फेक्शन के मामले में आल्कोहोल की स्टीम का इस्तेमाल करने की यह सफलता पहली बार देखने मिल रही है। हालांकि परिणाम को देखने के बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि इस टेक्नोलोजी के इस्तेमाल को अनुमति मिल गई तो यह सच में एक बड़ी मेडिकल क्रांति होगी। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(FDA) के सेंटर फॉर ड्रग इवेल्यूएशन एंड रिसर्च में कहा गया है कि यह फिलहाल यह रिसर्च काफी आगे बढ़ गया है। दिल्ली में इस प्रयोग कर सफलता से उत्साहित होकर वैज्ञानिक शक्ति शर्मा ने FDA को इस बारे में एक पत्र लिखा है। जिसके बारे में जो उत्तर मिला है, उसके अनुसार इस टेक्निक की काफी असर हो रही है। 
कोरोना संक्रमण के बारे में इस टीम को पता चला की अधिकतर लोगों को सबसे पहले सांस लेने की नली के ऊपर के हिस्से पर असर होती है। जिसके बाद यदि उस पर काबू ना पाया गया तो वह नली के निचले हिस्से पर असर करती है। कोरोना वायरस के 3 प्रकार के वेरिएंट मिले थे, जो की सीधे ही व्यक्ति की सांस की नली पर हमला करते है। जिससे की गंभीर न्यूमोनिया के दाग बनने लगते है। फेफड़ों में सूजन आने लगती है। मरीज के सांस लेने में भी तड़पना पड़ता है। रिसर्च के दौरान पता चला की आल्कोहोल की बाफ से सीधा कोरोना वायरस के कांटे वाले प्रोटीन के स्तर पर असर होती है। जिससे की मरीज के मरीज की नली और नाक के अंदर से कोविड वायरस जल्दी से कम होने लगते है और उन्हें सांस लेने में आसानी होती है। 
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