जमीन बिक्री के पैसे आये तो मकान मालिक की नियत बिगड़ी और किरायेदार को मार शव के टुकड़े ठिकाने लगाए

जमीन बिक्री के पैसे आये तो मकान मालिक की नियत बिगड़ी और किरायेदार को मार शव के टुकड़े ठिकाने लगाए

युट्यूब पर फिल्म देखकर तैयार किया सनसनीखेज प्लान

श्रद्धा वालकर हत्याकांड के बाद से पता नहीं क्यों एक के बाद एक ऐसी कई वारदातें प्रकाश में आई हैं जब हत्या के मामले में पीड़ितों के शवों के टुकड़े करके ठिकाने लगाया जा रहा है। गाजियाबाद से भी एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है, जिसमें एक मकान मालिक ने अपने किरायेदार युवक को मौत के घाट उतार दिया और उसके शव के चार टुकड़े करके उसे ठिकाने लगा दिया। हालांकि पुलिस की तत्परता और सघन जांच के बाद आरोपी ने एक-बारगी अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पुलिस के सामने अब पीड़ित के शव के टुकड़ों को बरादम करने की चुनौती है।


इस पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताएं मामला गाजियाबाद के मोदीनगर के राधा एन्क्लेव का है। यहां पर अंकित खोखर नामक एक 35 वर्षीय पीएचडी का छात्र किराये पर रहता था। मकान मालिक उमेश शर्मा के उससे पारिवारिक रिश्ते से बन गये थे और उमेश की पत्नी अंकित को भाई तक मानने लगी थी। इसी बीच बताया गया है कि अंकित को उसकी जमीन के बिकने पर बड़ी रकम मिली। मकान मालिक को जब इसकी भनक लगी तो उसकी नियत अंकित के पैसों पर बिगड़ गई। 


6 अक्टूबर को ही उमेश ने अंकित की हत्या करने का मन बना लिया। बताया गया है कि उसने यूट्यूब पर कोई फिल्म देखी थी जिससे उसने प्रेरणा लेकर अंकित को मारने के बाद उसके शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची। अपनी साजिश को अंदाम देने के लिये उमेश घटना वाले दिन ही मार्केट जाकर एक आरी और सफेद पॉलिथीन लेकर आया था। 


6 अक्टूबर के दिन उमेश मौका देखकर अंकित के घर पहुंचा और उससे बातों ही बातों में उलझा कर उसका गला दबा कर हत्या कर दी। उसके बाद उसने आरी से अंकित के शव के चार टुकड़े किये। सबसे पहले उसने अंकित की गर्दन काटी और जब सारा खून बह गया उसके बाद उसने बाकी के अंगों पर आरी चलाई। उमेश ने शव के टुकड़ों को पॉलिथीन में पैक किया और फिर अपने एक दोस्त की गाड़ी लेकर आया और उसमें पॉलिथीन लेकर शव को ठिकाने लगाने निकल पड़ा। 


जानकारी के अनुसार उमेश ने डासना के पास मसूरी गंगनहर में हाथ और पैर फेंके, वहीं इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर सिर फैंक दिया। इससे पहले उसने खतौली में धड़ फैंका। पुलिस की पुछताछ में आरोपी ने बताया कि आपराधिक फिल्म देखने के बाद उसे ऐसा लगा था कि यदि हत्या के बाद पुलिस को पीड़ित का शव नहीं मिलता तो आरोपी को सजा दिलवा पाना कठिन हो जाता है। 


यह पूरा मामला कैसे उजागर हुआ इसके बारे में गाजियाबाद एसपी (ग्रामीण) इराज राजा ने मीडिया को बताया कि 12 दिसंबर को थाना मोदीनगर में एक सूचना प्राप्त हुई थी कि अंकित नाम के एक व्यक्ति से 5 अक्टूबर के बाद कोई संपर्क नहीं हुआ है। मामले को संज्ञान में लेते हुए गुमशुदगी का मुकद्दमा पंजीकृत किया गया। मृतक के मकान मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इराज राजा ने बताया कि अंकित के अकाउंट में जमीन बेकर कर कुछ पैसे आये थे। आरोपी ने अंकित से बैंक की जानकारी लेकर अंकित की गला दबा कर हत्या कर दी और शव के हिस्सों को अलग-अलग जगहों पर फैंक दिया। मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 
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